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विश्वासघाती सरकार : हेमंत सोरेन का संघर्ष से कोई वास्ता नहीं है, वह आम जनता का दर्द क्या समझेंगेः सुदेश महतो 

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रांचीः
कल हेमंत सरकार को तीन साल पूरे होने वाले हैं। इसे लेकर एक तरफ जहां मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन अपने आवास पर उपलब्धियां गिना रहे हैं तो वहीं, दूसरी तरफ विपक्षी पार्टी उनपर विश्वासघात का आरोप लगा रही है। आज आजसू पार्टी ने हरमू स्थित अपने केंद्रीय कार्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस किया। इस दौरान आजसू के सुप्रीमो सुदेश कुमार महतो ने कहा है कि हेमंत सरकार ने अपने 3 साल के कार्यकाल में सबसे ज्यादा युवाओं के साथ विश्वासघात किया है। नियोजन नीति, रोजगार, बेरोजगारी भत्ता के नाम पर युवा ठगे गए हैं। मुख्यमंत्री ने एक साल में 5 लाख नौकरियां देने के वादे किए थे, लेकिन 3 साल में महज साढ़े पांच सौ नियुक्तियां हुई हैं। सुदेश महतो ने सरकार पर जमकर हमला बोला है और कहा कि सरकार ने तीन साल में जनादेश और जनभावना  का अपमान किया है। 


संसाधनों की लूट मची है
आगे सुदेश महतो ने कहा कि 3 साल में संसाधनों की लूट मची है और सरकार झूठ पर झूठ बोले जा रही है। युवाओं को नौकरी मिलने की बजाय, उनके हाथ से नियुक्तियां निकली जा रही हैं। अखबारों में वेकैंसी , परीक्षाओं की सूचनाएं आती हैं, लेकिन इनकी लचर नीतियों की वजह से सब धरी रह जाती हैं। उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि स्थानीय नीति को नियोजन का आधार क्यों नहीं बनाया गया। हमने शुरू से इस विषय पर अपनी आवाज  मुखर की। स्थानीय नीति, आरक्षण नियोजन को लेकर सरकार की कोई स्पष्ट मंशा नहीं है इसलिए वह चीजों को और उलझाने का रास्ता प्रशस्त करती रही है। 

 

कौन सी उपलब्धियां गिनाने को बेताब है सीएम 
उन्होंने कहा कि झामुमो कांग्रेस सरकार के 3 साल पूरे होने पर मुख्यमंत्री और उनके मंत्री कौन सी उपलब्धियां गिनाने के लिए बेताब हैं। सरकार के काम से जनता वाकिफ और ऊब चुकी है। उन्होंने कहा कि सरकार की नाकामियां सिर्फ यहीं समाप्त नहीं होतीं। अपराध चरम पर है। महिलाओं की सुरक्षा खतरे में है। किसानों के हितों को लेकर कोई सार्थक पहल नहीं हुई। बंद हुए कितने स्कूल इन्होंने खोले? शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार की बजाय बच्चों को बिना बेसिक शिक्षा दिए पास कराना ही इनकी उपलब्धि है। स्वास्थ्य व्यवस्थाओं का हाल बुरा है ।तीन साल में इंफ्रास्ट्रक्चर का एक काम नहीं हुआ। हर इंडेक्स में हमारा राज्य पीछे है। 

चुप नहीं बैठेंगे, जनता को बताएंगे 

सुदेश महतो ने कि कहा कि संघर्ष से मुख्यमंत्री का कोई वास्ता नहीं। अलग राज्य आंदोलन से कोई वास्ता नहीं। वह शख्स झारखंड का मर्म क्या समझेगा। हम झारखंड की आकांक्षाओं, आशाओं और यहां की भावनाओं को टूटने नहीं देंगे। हर विषय पर हम गांव से लेकर शहर तक, पंच से पंचायत तक, इस राज्य के हित में व्यापक संघर्ष करेंगे और अगले महीने 12 जनवरी, युवा दिवस के दिन से इसकी शुरुआत होगी। पूरे राज्य में इस सरकार की विफलता पर विधानसभावार हम राज्य का भ्रमण करेंगे। सरकार की विफलता को जनता के समक्ष रखेंगे।