द फॉलोअप डेस्क, रांची:
आजसू पार्टी केंद्रीय अध्यक्ष सुदेश कुमार महतो ने जेपीएसएसी एवं जेएसएसएसी द्वारा ली जाने वाली परीक्षाओं में दिव्यांगता के सभी 21 श्रेणी (विकलांगता) को शामिल करने को लेकर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को एक पत्र लिखा जो निम्न है। सुदेश महतो ने लिखा है कि झारखंड के दिव्यांग छात्रों की निहायत जरूरी मांग की ओर आपका ध्यान आकृष्ट करना चाहता हूं। यहां झारखंड लोक सेवा आयोग और झारखंड कर्मचारी चयन आयोग द्वारा ली जाने वाली प्रतियोगिता परीक्षाओं में दिव्यांगता के मात्र चार वर्गों 1- अंधापन और कम दृष्टि, 2- बहरापन एवं श्रवण निःशक्तता, 3- चलन निःशक्तता या सेरेब्रल पाल्सी, 4-स्वलीनता बौद्धिक निःशक्तता एवं बहु निःशक्तता के लिए आरक्षण का प्रावधान किया गया है।
दिव्यांगता के 21 वर्गों का प्रावधान है
सुदेश महतो ने कहा कि केंद्र सरकार की कई प्रतियोगिता परीक्षाओं यथा- पावरग्रीड, एसएससी, सेल, इसरो, डी.आर.डी.ओ, एस.एस.सी.ओ इत्यादि में दिव्यांगता के 21 वर्गों का प्रावधान है। साथ ही इन श्रेणी में शामिल दिव्यांग अभ्यर्थियों को आरक्षण दिया जाता है।
17 अन्य वर्गों के साथ सौतेला व्यवहार!
झारखंड लोक सेवा आयोग और झारखंड कर्मचारी चयन आयोग द्वारा ली जाने वाली प्रतियोगिता परीक्षाओं में दिव्यांगता के मात्र 4 वर्गों का ही मान्य करना तथा शेष 17 वर्गों के दिव्यांगो को इसमें शामिल नहीं करना इनके साथ सौतेला व्यवहार जैसा है। इससे बहुत अभ्यर्थियों को उनका वाजिब हक नहीं मिल पाता है। सुदेश महतो ने मुख्यमंत्री से कहा है कि आपसे यह आग्रह भी है कि आयोग द्वारा ली जाने वाली प्रतियोगिता परीक्षाओं में उपरोक्त चारों वर्गों के साथ शेष 17 वर्गों को भी दिव्यांग (विकलांगता) कैटेगरी में शामिल करने की पहल की जाए। उम्मीद है कि छात्र और दिव्यांग हित से जुड़े इस मामले में सरकार गंभीरता से और सकारात्मक कदम उठाएगी।