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लॉ यूनिवर्सिटी के वार्षिक महोत्सव-'आविर्भाव' के उद्घाटन पर बोले सुदेश, कानून की पढ़ाई बड़ी, जिम्मेदारी अहम

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द फॉलोअप डेस्क
कानून की पढ़ाई बड़ी है और अहम जिम्मेदारी भी है। अगर इन दोनों को गांव के साथ थोड़ा कनेक्ट करें तो लोगों को कानून का दायरा पता चलेगा। उनके लिए न्याय हासिल करना आसान होगा। तब एक बदलाव का वातावरण बनेगा और कानून पढ़ने-पढ़ाने वाले इसके वाहक साबित होंगे। यह बातें रांची स्थित नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी के वार्षिक खेल एवं सांस्कृतिक महोत्सव 'आविर्भाव' के उद्घाटन  समारोह में आजसू प्रमुख सुदेश महतो ने कही। उन्होंने कहा कि बेहतर कल को आकार देने में लॉ ग्रैजुएट्स की भूमिका अहम है। वे विषयों को तार्किक, बौद्धिक एवं वैचारिक रुप से रखने में सक्षम हैं। सुदेश ने कहा कि इस यूनिवर्सिटी से वे आग्रह करना चाहेंगे कि अपने ज्ञान और तजुर्बा के साथ कुछ वक्त गांवों को भी दें तो एक बदलाव देखने को मिलेगा। उन्होंने कहा कि स्पोर्ट्स व कल्चर लोगों को जोड़ने के बेहतरीन माध्यम है। ये आपसी समन्वय और लगाव  बढ़ाते हैं। उन्होंने कहा, "मैं खुद भी एक खिलाड़ी रहा हूं और इस परिसर/ समारोह में खेलने की इच्छा भी है पर वक्त की पाबंदी है

त्योहार की तरह होता है वार्षिक समारोह
कॉलेज/विश्वविद्यालय का वार्षिक समारोह के संबंध में सुदेश महतो ने कहा कि यह एक त्योहार की तरह होता है। सपनों को सजाने की तैयारी भी होती है। यह युवाओं को अपनी प्रतिभा निखारने का अवसर भी देता है। 'आर्विभाव' एक सुंदर थीम है। इसमें कई इवेंटस‌ होने हैं। इस कल्पना और सोच के  लिए विश्वविद्यालय के कुलपति, फैकल्टी और कल्पना के साकार करने में जुटे तमाम विद्यार्थियों की वे सराहना करते हैं।‌ तीन दिनों के समारोह में ऐसा समां बांधें कि हर अतिथि तारीफ करें।

यूनिवर्सिटी को देश में 22वां रैंक है हासिल
नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी रांची ने देश में 22वां रैंक स्थापित किया है। इस संबंध में सुदेश ने कहा कि उन्हें यह जानकारी बेहद खुशी हुई कि कई कमियों के बीच यह स्थान हासिल किया है। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय और ऊंचा मुकाम को हासिल करे इसकी वे कामना करते हैं।  

सामूहिकता में सकारात्मक सोच राज्यों की है आवश्यकता
व्यवस्था को कानून पर चलाया जाए या कानून से बाहर, इसे लेकर बहस चल रही है। यह बताते हुए सुदेश ने कहा कि ऐसे में आपकी भूमिका बेहद महत्वपूर्ण हो जाती है। लीडरशिप क्वालिटी के साथ अपने भाव को एक प्लेटफार्म पर लाने की चुनौती है। सामूहिकता में सकारात्मक सोच राज्यों की आवश्यकता है। सुदेश ने कहा कि जिस राज्य ने स्वास्थ्य, शिक्षा को आगे बढ़ाया वहां विकास गतिमान हुआ। दक्षिण के कई राज्यों ने इस दिशा में अच्छे काम किए हैं। झारखंड जैसे राज्य की भी यह खासी जरूरत है। समारोह में कांके के विधायक समरी लाल, विवि के कुलपति, आजसू पार्टी के केंद्रीय प्रवक्ता डॉ. देवशरण भगत, रांची जिलाध्यक्ष संजय महतो, मुजीबुल रहमान इत्यादि मुख्य रूप से मौजूद थे।

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