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आज का बजट जैसे विवाह समारोह में 500 के लिफाफे में 101 रुपया का न्योता देनाः सुप्रियो भट्टाचार्य

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रांचीः 
वित मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज संसद में आम बजट पेश कर दिया है। बजट पेश होने के बाद से ही पक्ष-विपक्ष दोनों की प्रतिक्रिया आनी शुरू हो गई है। एक ओर जहां झारखंड में भाजपा के तमाम नेता बजट की तारीफ करते नहीं थक रहे हैं तो वहीं दूसरी ओर झामुमो नेताओं ने इसे रद्द कर करने की मांग की है। झामुमो के वरिष्ठ नेता सुप्रियो भट्टाचार्या ने कहा है कि आज का बजट न केवल निराशाओं से भरा है एवं केवल आकर्षक शब्दों का मायाजाल है। चारों तरफ कहा जा रहा है कि आयकर में छूट दी गई, यह सम्पूर्ण भ्रामक एवं तथ्यों से परे है। यह तो ठीक उसी तरह हो गया कि विवाह समारोह में 500 रूपये के लिफाफे में 101 रूपया न्यौता रखना। आयकर की छूट जहां पहले 2.50,000 तक की थी, उसमें मात्र 50,000 की वृद्धी की गई और छूट की सीमा 2,50,000 से बढ़ा कर 3,00,000 कर दी गई। 3 से 6 लाख के बीच 5 प्रतिशत, आय कर देना पड़ेगा। आज के वक्त भारत के 80 प्रतिशत लोगों की मासिक आमदनी अधिकतम 25,000 या उससे नीचे है। मतलब अब गरीबों एवं निम्न आयवर्ग के लोगों को भी निचोड़ा जाएगा। 


रोजगार के नाम पर फेल है आज का बजट 
रोजगार के नाम पर नर्सिंग कॉलेज के स्थापना की बात की गई, ताकि भाजपा के मित्र कॉर्पोरेट चिकित्सा संस्थानों को प्रत्यक्ष तौर पर मदद पहुंचाई जा सके। रोजगार के सवाल पर युवाओं को कहीं भी कोई आश्वासन नहीं दिया गया। केवल सप्तर्षि नाम दिया गया। यह शब्द आकर्षक तो है, लेकिन किसानों, मजदूरों युवाओं, छोटे और मझौले उद्योग को केवल शब्जबाग दिखलाया गया। महंगाई बढ़ाने वाली यह बजट लोगों के लिए नयी चुनौतियों को लेकर आएगा। सरकार को बताना चाहिए था कि देश के सार्वजनिक क्षेत्रों में व्यक्तिगत उद्योग समूह द्वारा जो लूट की प्रक्रिया जारी है, वह कब रुकेंगी और लोगों को न्याय और रोजगार मिलेगा। हम इस बजट का पूर जोर निंदा करते हैं और लोगों से भी इसे खारिज करने का आग्रह करते हैं।