रांची:
झारखंड के सभी यूपीए विधायक बस में सवार होकर झारखंड विधानसभा पहुंचे। ये सभी विधायक झारखंड विधानसभा के विशेष सत्र में हिस्सा लेने पहुंचे थे। सफेद रंग की बस में विधायकों को सर्कुलर रोड स्थित सर्किट हाउस से विधानसभा भवन पहुंचे। विधानसभा परिसर में पहुंचने के पश्चात सभी विधायक मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और कांग्रेस के विधायक दल के नेता आलमगीर आलम के साथ विधानसभा के अंदर गए। इस दौरान विधायकों ने मीडिया से बात नहीं की।
रविवार को रायपुर से रांची लौटे विधायक
गौरतलब है कि यूपीए के विधायक रविवार को 6 दिन के रायपुर प्रवास के बाद रांची आए। रविवार को ये विधायक विशेष विमान से रायपुर से रांची पहुंचे। एयरपोर्ट पर लैंड करने के पश्चात 2 बसों के जरिए विधायकों को सर्किट हाउस ले जाकर ठहराया गया। रायपुर और रांची एयरपोर्ट पर भी विधायकों ने मीडिया से कोई बातचीत नहीं की। बताया जाता है कि विधायकों को निर्देश दिया गया था कि वे मीडिया में कोई भी बयानबाजी ना करें। सरकार आज विशेष सत्र में विश्वास मत प्रस्तुत करने जा रही है। सियासी संकट के बीच सरकार का ये कदम काफी अहम माना जा रहा है।
20 अगस्त के बाद से ही जारी है सियासी हलचल
गौरतलब है कि 20 अगस्त के बाद से झारखंड में जारी सियासी हलचल के बीच यूपीए के 32 विधायकों को बीते शनिवार को छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर ले जाया गया था। हालांकि, झारखंड मुक्ति मोर्चा कोटे के 6 मंत्रियों सहित कांग्रेस और झामुमो के कुछ विधायक रायपुर नहीं गए। रायपुर नहीं जाने वाले विधायकों में ममता देवी और लोबिन हेंब्रम का नाम उल्लेखनीय है। ममता देवी तो स्वास्थ्य कारणों से नहीं गईं वहीं लोबिन हेंब्रम ने इसके औचित्य पर सवाल उठाया था।
हंगामेदार रही विशेष सत्र की शुरुआत
इस बीच झारखंड विधानसभा के 1 दिवसीय विशेष सत्र की शुरुआत काफी हंगामेदार रही। बीजेपी विधायकों ने दुमका में घटित अंकिता हत्याकांड, नाबालिग से दुष्कर्म और हत्या की वारदात, चतरा में एसिड अटैक और पलामू में महादलित परिवारों को बेघर करने के मसले पर सरकार को घेरा।