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हिंदू समाज के लिए 'दहशतगर्द' शब्द शर्मनाक, झारखंड की जनता हेमंत सोरेन की जिहादी सोच को नकारेगी: बाबूलाल मरांडी

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द फॉलोअप डेस्कः 
रामनवमी से एक दिन पहले विधि व्यवस्था को लेकर हेमंत सरकार की तरफ से प्रेस रिलीज जारी की गई थी।  जिसमें एक लाइन लिखा था दहशतगर्दों पर कड़ी नजर रखी जाए। दहशतगर्द का एक अर्थ आतंकवादी भी होता है। इसे लेकर नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने सरकार को घेरा है। उन्होंने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा है कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन द्वारा आधिकारिक प्रेस विज्ञप्ति में रामनवमी के दौरान झारखंड के बहुसंख्यक हिंदू समाज के लिए 'दहशतगर्द' (आतंकवादी) शब्द का प्रयोग बेहद शर्मनाक और दुर्भाग्यपूर्ण है। 


उन्होंने आगे लिखा कि "किसी भी प्रदेश के मुख्यमंत्री से अपेक्षा होती है कि वह सभी नागरिकों के प्रति समान व्यवहार और सम्मानजनक भाषा अपनाएं, लेकिन यहां उन्होंने भड़काऊ और विभाजनकारी शब्दों का प्रयोग कर अपनी दुर्भावनापूर्ण सोच को उजागर किया है। यह ठीक वैसा ही प्रयास है जैसा कांग्रेस ने पहले मजहबी आतंकवादियों को बचाने के लिए ‘हिंदू आतंकवाद’ का झूठा नैरेटिव गढ़ने का प्रयास किया था। अब उसी राह पर हेमंत सोरेन चलते हुए, एक सोची-समझी रणनीति के तहत, झारखंड में बहुसंख्यक समाज को बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं।"


बाबूलाल मरांडी ने लिखा कि "झारखंड की जनता हेमंत सोरेन के इस नफरती और जिहादी सोच को सफल नहीं होने देगी। मुख्यमंत्री तत्काल बहुसंख्यक हिंदू समाज से सार्वजनिक रूप से माफी मांगें और स्पष्ट करें कि अपने ही नागरिकों के प्रति ऐसा अपमानजनक और आपत्तिजनक शब्द इस्तेमाल करने के पीछे उनका इरादा क्या था?...अन्यथा, झारखंड की जनता करारा जवाब देगी।"