logo

वर्चुअल : उत्तर प्रदेश और पैराग्वे के वीडियो को बरही की घटना से जोड़कर वायरल कर दिया

pragwe.jpg

हजारीबाग:

हजारीबाग के बरही के पास सरस्वती पूजा के मूर्ती विसर्जन के दौरान सांप्रदायिक झड़प पिछले दिनों हो गई थी। जिसमें रूपेश पांडेय नामक एक युवक की मौत हो गई थी। तनाव आसपास के जिलों में बढ़ न जाए, इस आशंका को लेकर हजारीबाग समेत पांच जिले में 36 घंटे के लिए सरकार ने इंटरनेट सेवा बंद कर दी थी। अब पुलिस प्रशासन उन लोगों को चिन्हित कर रहा है, जिन्होंने सोशल मीडिया पर झूठे और भ्रामक वीडियो के जरिए समाज में अफवाह फैलाने का प्रयास किया। पोस्ट से समाज में विद्वेष उत्पन्न करने के आरोप में 15 लोगों के विरुद्ध 10 फरवरी को सदर थाना, हजारीबाग ने कार्रवाई की थी। अब पता चला है कि उत्तर प्रदेश और पैराग्वे के दो वीडियो को एडिट कर उसे बरही की उक्त घटना से जोड़कर वायरल कर दिया गया था। हजारीबाग पुलिस ने ऐसे फर्जी वीडियो शेयर करने के आरोप में अब 100 लोगों पर केस दर्ज किया है।

 

 

हजारीबाग एसपी मनोज रतन चोथे ने बताया कि कई पुराने और एडिट किए हुए वीडियो हजारीबाग और बरही के  बताकर सोशल मीडिया पर गलत ढंग से भेजे जा रहे हैं। वैसे वीडियो को पोस्ट करने वाले लोगों को भी चिन्हित कर उनपर कड़ी कार्रवाई की जा रही हैं। हजारीबाग पुलिस ने सभी जिलावासियों से अपील है कि सोशल मीडिया पर किसी भी तरह की अफवाहें नहीं फैलाएं और ऐसा करने वाले व्यक्तियों की सूचना पुलिस को दें।

रूपेश मामले को भाजपा बड़े पैमाने पर उठा रही है। राजधानी रांची समेत राज्य के कई जिलों में घटना के विरोध और इंसाफ की मांग को लेकर प्रदर्शन हो चुके हैं। रांची के सांसद संजय सेठ मामले को लोकसभा में उठा चुके हैं। एक्स सीएम व वरिष्ठ भाजपा नेता बाबूलाल मरांडी पीड़ित परिवार से मिलने भी पिछले दिनों बरही गए थे। वहीं कल दिल्ली के भाजपा नेता कपिल मिश्रा पीड़ित परिवार से मिलना चाहते थे। लेकिन प्रशासन ने उन्हें रांची एयरपोर्ट से बाहर निकलने ही नहीं दिया था।