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जहां लगेगी लू वहीं तुरंत मरीज को मिलेगा इलाज, विभाग ने उठाया बड़ा कदम

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द फॉलोअप डेस्क
झारखंड में हिट वेव के इलाज के लिए स्वास्थ्य विभाग ने एक अहम कदम उठाया है। आने वाले लोगों को अब घटनास्थल पर ही त्वरित उपचार दिया जाएगा। स्वास्थ्य विभाग ने इसके लिए राज्य में संचालित सभी 108 एंबुलेंस में उपचार की व्यवस्था सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया। इसके लिए सभी 108 एंबुलेंस में आईवी फ्लूड्स, ओआरएस, आईस पैक, कोल्ड वाटर के साथ आपातकालीन जरूरी दवाएं उपलब्ध रखने को कहा गया। ताकि गंभीर स्थिति में लू के मरीजों को मौके पर ही समुचित उपचार मिले सके और अस्पताल तक पहुंचने में लगने वाले समय को बचाया जा सके।


आयुष्मान आरोग्य मंदिरों में डेडिकेटेड बेड
लू की चपेट में आने के बाद मरीजों को इलाज के लिए दूर जाने की जरूरत नहीं होगी। लू के मरीजों को आपात स्थिति में अब अपने आसपास के मुहल्ले में भी उपचार की सुविधा मिलेगी। अभियान निदेशक ने सिविल सर्जनों को निर्देश दिया है वह अपने जिले के सभी स्वास्थ्य केंद्रों में उपचार की व्यवस्था सुनिश्चित करें। उन्होंने स्पष्ट कहा है कि यह व्यवस्था आयुष्मान आरोग्य मंदिर (हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर) तक में लू के मरीजों के लिए 'डेडिकेटड बेड' बनाए जाएं। साथ ही आयुष्मान आरोग्य मंदिर तक के सभी स्वास्थ्य केंद्रों में 'हीट कॉर्नर' भी बनाए जाएं।


एंबुलेंस में उपचार मिलने से समय की होगी बचत
राज्य में 108 के तहत पहले से 337 एंबुलेंस संचालित थीं, जिसमें फिलहाल बहुत सी एंबुलेंस खराब पड़ी हुई हैं। जबकि बीते साल अगस्त में मुख्यमंत्री ने 108 के तहत 206 एंबुलेंस की शुरुआत की थी। यानी राज्य में 108 के तहत 543 एंबुलेंस उपलब्ध हैं। यदि इन सभी एंबुलेंस में हीट वेव के उपचार की सुविधाएं उपलब्ध करा दी जाती हैं तो मरीज को घटनास्थल से अस्पताल तक पहुंचाने में लगने वाला समय बर्बाद नहीं होगा। चूंकी सभी एंबुलेंस में पारामेडिकल उपलब्ध होते हैं, इसलिए एंबुलेंस पहुंचने के साथ ही इलाज शुरू कर दिया जाएगा।

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