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छापेमारी से पहले 7 मोबाईल इस्तेमाल करता था योगेंद्र तिवारी, ED ने आरोप पत्र में किये चौकाने वाले खुलासे 

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द फॉलोअप डेस्क, रांची 

शराब घोटाला मामले में योगेंद्र तिवारी को लेकर ईडी ने चौकाने वाले खुलासे किये हैं। ईडी ने योगेंद्र तिवारी के खिलाफ कोर्ट में आरोप पत्र दाखिल किया है। कोर्ट को ईडी ने बताया है कि योगेंद्र तिवारी शराब कारोबार के संचालन के लिए 7 अलग-अलग मोबाईल का इस्तेमाल करता था। बताया कि ईडी को चकमा देने लिए सातों मोबाईल में अलग-अलग समय पर 2 सिम कार्ड का इस्तेमाल करता था। 23 अगस्त को जब योगेंद्र तिवारी के ठिकानों पर छपा मारा गया तो बालू और शराब व्यापार से जुड़े कई महत्वपूर्ण दस्तावेज ईडी को मिले। ईडी ने कोर्ट को आरोप पत्र के माध्यम से बताया कि जिन ठिकानों पर छापा मारा गया था, वहां सीसीटीवी कैमरे लगे हुए थे, लेकिन सीसीटीवी में लगे हार्ड डिस्क को भी हटा दिया गया था।

योगेंद्र के इन ठिकाओं पर ईडी ने मारा था छापा 

23 अगस्त को छापामारी में ईडी को एक मोबाइल मिला था, जिसे चावल के बोरे में छिपा कर रखा गया था। हालांकि योगेंद्र तिवारी ने मोबाईल का सारा डाटा डिलीट कर दिया था। ईडी ने बताया कि योगेंद्र शराब के कारोबार को चलाने के लिए जिस मेल का उपयोग करता था, उसे भी डिलीट कर दिया गया था। ईडी ने योगेंद्र तिवारी के देवघर स्थित होटल सिद्धार्थ के सामने स्थित गोदाम, बोम्पास टाउन स्थित डॉ. राजीव पांडेय अस्पताल के पास स्थित आवास, हरमू हाउसिंग कॉलोनी के डी-2 स्थित मेसर्स संथाल परगना बिल्डर्स प्राइवेट लिमिटेड और जामताड़ा के ठिकानों पर रेड की थी।

मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ईडी ने किया था गिरफ्तार 
बता दें कि योगेंद्र तिवारी के लगभग 34 ठिकानों पर ईडी ने रेड किया था। इसके बाद ईडी ने योगेंद्र तिवारी को शराब घोटाला मामले में पूछताछ के लिए बुलाया था। पूछताछ में योगेंद्र तिवारी ने ईडी के सवालों का गोलमटोल जवाब दिया था। साक्ष्य और बयान के आधार पर ईडी ने योगेंद्र तिवारी को शराब घोटाला के साथ मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में भी गिरफ्तार कर लिया था।