द फॉलोअप डेस्कः
होली के दिन अपने चचेरे भाई की हत्या करने के आरोपी की रिम्स में इलाज के दौरान मौत हो गई। वो 28 मार्च से पलामू सेंट्रल जेल में बंद था, तबीयत खराब होने के बाद उसे रिम्स में भर्ती करवाया गया था, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। गौरतलबा है कि 26 मार्च को पलामू के चैनपुर थाना क्षेत्र के सेमरटांड में मनोज चौधरी नामक नामक युवक की गोली मार कर हत्या कर दी गई थी। मनोज चौधरी अपने गोतिया के साथ होली के दिन बैठकर शराब पी रहा था। इसी दौरान चचेरे भाई अजय चौधरी के साथ उसका विवाद शुरू हो गया था। इसी बहस के दौरान अजय चौधरी ने मनोज चौधरी पर गोलियां चला दी थी। मनोज चौधरी को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती करवाया गया था जहां उसकी मौत हो गई थी।
सांस लेने में तकलीफ थी
घटना के बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए हत्या के आरोपी अजय चौधरी को 28 मार्च को मेदिनीनगर टाउन थाना क्षेत्र से गिरफ्तार किया था। गिरफ्तार करने के बाद अजय चौधरी को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया था। पलामू सेंट्रल जेल के जेलर प्रमोद कुमार ने बताया कि अजय चौधरी की तबीयत खराब हो गई थी और उसे सांस लेने में दिक्कत थी। इसलिए उसे इलाज के लिए मेदिनीराय मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पीटल में भर्ती करवाया गया था। वहां से बेहतर इलाज के लिए रिम्स रेफर किया गया था। रिम्स में इलाज के क्रम में अजय चौधरी की मौत हुई है। पूरे मामले में आगे की कार्रवाई की जा रही है।
ग्रामीणों में आक्रोश
अजय चौधरी की मौत से परिजन और ग्रामीण आक्रोशित हैं। उन्होंने पुलिस पर आरोप लगाया है। परिजनों का कहना है कि पुलिस ने एक दिन के रिमांड पर उसे लिया था। इसी दौरान हुई पिटाई की वजह से अजय चौधरी