कोलकाता
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा है कि वो अगले 10 दिनों में बलात्कारियों को फांसी की सजा देने के लिए कानून बनायेंगी। सीएम ममता बनर्जी का ये बयान ऐसे समय में आया है जब कोलकाता के आरजी कर अस्पताल में लेडी डॉक्टर से रेप के बाद उसकी हत्या कर दी गयी। इसके विरोध में राज्य और देशव्यापी स्तर पर विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। कई संगठनों ने रेपिस्टों के लिए फांसी की सजा की मांग की भी है। बता दें कि रेप के विरोध में कल से प बंगाल में नबन्ना अभियान भी चलाया जा रहा है। मिली खबर के मुताबिक नबन्ना अभियान अब हिसंक भी हो गया है। पुलिस ने कई स्थानों पर आंदोलनकारियों पर लाठी चार्ज किया और आंसू गैसे के गोले छोड़े। ये अभियान मुख्य तौर पर प बंगा छात्र संघ की ओऱ से चलाया जा रहा है, जिसे कई अन्य संगठनों ने भी समर्थन दिया है।
इस बीच सीएम बनर्जी ने कहा, "अगले हफ़्ते हम विधानसभा सत्र बुलाएंगे और बलात्कारियों के लिए मृत्युदंड सुनिश्चित करने के लिए 10 दिनों के भीतर एक विधेयक पारित करेंगे। हम इस विधेयक को राज्यपाल के पास भेजेंगे। अगर वह इसे पारित नहीं करते हैं, तो हम राजभवन के बाहर धरना देंगे। यह विधेयक पारित होना ही चाहिए और वह इस बार जवाबदेही से बच नहीं सकते।"
क्या है नबन्ना?
दरअसल, 2011 से पहले बंगाल का सचिवालय रायटर्स बिल्डिंग हुआ करता था। साल 2011 में ममता बनर्जी सरकार ने हावाड़ा में हुबली नदी के किनारे एक बिल्डिंग को सचिवालय का रूप दिया, जिसे नबान्न नाम दिया गया। नब का मतलब है नया।