द फॉलोअप नेशनल डेस्क
आरजी कर मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष और चार अन्य डॉक्टरों के पॉलीग्राफ टेस्ट की प्रक्रिया शुरू हो गई है। अस्पताल में एक पोस्टग्रेजुएट ट्रेनी के साथ कथित बलात्कार और हत्या के मामले में यह प्रक्रिया शुरू हुई है। सीबीआई सूत्रों के अनुसार, इसके लिए दिल्ली से सीबीआई अधिकारियों की एक विशेष टीम टेस्ट करने के लिए कोलकाता पहुंची है।
एक अन्य खबर के मुताबिक सीबीआई के कोलकाता ऑफिस में आरोपी संजय रॉय, आरजी कर मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल डॉ. संदीप घोष, चार डॉक्टर जो वारदात की रात पीड़िता के साथ थे। साथ ही एक वालंटियर का पॉलीग्राफ टेस्ट किया जा रहा है। सीबीआई का मकसद इन कर्मचारियों के बयानों को सत्यापित करना है, क्योंकि अन्य मेडिकल रिपोर्ट, जैसे पीड़िता के शरीर से लिए गए डीएनए, वेजाइनल स्वैब, पीएम ब्लड उन्हें स्पष्ट रूप से घटना से जोड़ने में विफल रही हैं. सीबीआई यह जानना चाहती है कि क्या इन चारों ने किसी भी प्रकार से सबूतों के साथ छेड़छाड़ की थी या वे किसी षड्यंत्र का हिस्सा थे।
ये भी बता दें कि कोलकता में लेडी डॉक्टर के साथ रेप और फिर मर्डर केस में आरेपी संजय रॉय के बचाव के लिए सियालदह कोर्ट ने महिला वकिल कबिता सरकार को नियुक्त किया है। कबिता सरकार 'लीगल एड डिफेंस काउंसिल' की सदस्य हैं। उन्हें यह काम तब सौंपा गया जब कोई भी अन्य वकिल संजय रॉय की तरफ से केस लड़ने के लिए तैयार नहीं था। 10 अगस्त को संजय रॉय को आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में जूनियर डॉक्टर के रेप-मर्डर केस में कोलकता पुलिस ने गिरफ्तार किया था।