द फॉलोअप डेस्क
बिहार EOU की टीम ने नीट पेपर लीक की जांच रिपोर्ट शिक्षा मंत्रालय को सौंप दिया है। इसमें ईओयू द्वारा खुलासा किया गया है कि 4 मई को बिहार-झारखंड के 100 छात्रों को पेपर मिल गया था। इसके बाद पटना में खेमनीचक स्थित लर्न एंड प्ले स्कूल में, बाईपास के पास एक होटल में और झारखंड के कुछ शहरों में छात्रों को सवाल जवाब के साथ रटवाए थे। इसके बाद परीक्षा माफिया ने ही अभ्यर्थियों को परीक्षा केंद्रों तक भिजवाया था।
ओएसीस स्कूल से हुआ था पेपर लीक
बिहार EOU की टीम ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि पटना में जो जला हुआ बुकलेट मिला था, जिसकी बुकलेट संख्या 6136488 था। यह पेपर हजारीबाग के ओएसीस स्कूल का है। स्कूल के प्रिसिंपल ने यह बात कबूल किया है कि पेपर से छोड़छाड़ हुई है। हालांकि, उन्होंने नीट पेपर लीक मामले में उनके स्कूल पर लगाए जा रहे आरोपों से साफ इनकार किया है। उनका कहना है कि ये आरोप पूरी तरह से गलत हैं। स्कूल में सभी नियमों का सख्ती से पालन किया गया है।
सीबीआई कर रही जांच
बता दें कि 4 जून 2024 को नीट 2024 का परिणाम आने के बाद से ही यह चर्चा में है। दरअसल एक साथ 67 बच्चे टॉप करने और कुछ को ग्रेस मार्क्स गए। उन्हें पूरे 720 में से 720 नंबर मिले। जिसके बाद से परीक्षा का विरोध जारी है। अब मामले को सीबीआई को हैड ओवर कर दिया गया है। रविवार को सीबीआई ने इस मामले में पहला एफआईआर दर्ज किया। इसके बाद बिहार पहुंच कर बिहार ईओयू की टीम से अबतक किए गए जानकारी की पूरी जानकारी ली।