द फॉलोअप डेस्क
उत्तर प्रदेश के अयोध्या में स्थित प्रभु श्रीराम के भव्य मंदिर में हुई राम लला की प्रतिमा की प्राण-प्रतिष्ठता को एक साल पूरे होने वाले हैं। इसी दिन राम लला की दैवीय प्रतिमा मंदिर के गर्भ गृह में विराजित हुई थी। ऐसे में राम लला की प्राण-प्रतिष्ठा की पहली वर्षगांठ पर किस तरह का आयोजन होगा। इसे लेकर राम मंदिर ट्रस्ट ने सभी ट्रस्टी के साथ एक बैठक की है। इस बैठक में कई महत्वपूर्ण फैसले लिए गए। साथ ही निर्धारित किया गया है कि इस दौरान राम मंदिर परिसर में होने वाली सभी 18 मंदिरों की आरती राम भक्तों को लाइव देखने को मिलेगी। इसे लेकर व्यवस्था भी की जा रही है।
हिंदी तिथि के अनुसार होगा महोत्सव का आयोजन
बता दें कि अयोध्या में 22 जनवरी 2024 को राम लला मंदिर के गर्भ गृह में विराजमान हुए थे। ऐसे में अंग्रेजी कैलेंडर के मुताबिक 22 जनवरी 2025 को प्रभु श्रीराम की प्रतिमा के प्राण-प्रतिष्ठता का एक साल पूरा होगा। लेकिन राम मंदिर ट्रस्ट ने हिंदी कैलेंडर के अनुसार, राम लला की प्राण-प्रतिष्ठा की वर्षगांठ का आयोजन करने का निर्णय लिया है। ट्रस्ट ने बताया कि प्राण-प्रतिष्ठा की वर्षगांठ की हिंदी तिथि पर 3 दिवसीय महोत्सव का आयोजन किया जाएगा।हिंदू धर्म में हिंदी तिथियों के आधार पर त्योहार-उत्सव मनाए जाते हैं: राम मंदिर ट्रस्ट
राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बताया कि 22 जनवरी साल 2025 को राम लला के मंदिर में विराजमान होने का एक साल पूरा हो रहा है। महासचिव ने कहा कि हिंदू धर्म में त्योहार और उत्सव का आयोजन हिंदी तिथियों के आधार पर होता है, न कि अंग्रेजी कैलेंडर। चंपत राय ने बताया कि 22 जनवरी 2024 को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा हुई थी और उस दिन हिंदी तिथि के अनुसार पौष शुक्ल द्वादशी थी। इसे कूर्म द्वादशी भी कहा जाता है। वहीं, इस साल 2025 में यह तिथि 11 जनवरी को पड़ रही है। इसके साथ ही इस उत्सव का नाम भी प्रतिष्ठा द्वादशी नाम दिया गया है।
इस कारण प्राण-प्रतिष्ठा द्वादशी का उत्सव 11 जनवरी 2025 को मनाया जाएगा। उन्होंने बताया कि पहले साल प्राण-प्रतिष्ठा का उत्सव 3 दिवसीय होगा। लेकिन आगे चलकर इस उत्सव को 4-5 दिन का कर दिया जाएगा। फिलहाल, उत्सव की रूपरेखा तैयार हो रही है। हालांकि, ट्रस्ट ने कहा कि 22 जनवरी को कोई आयोजन नहीं होगा।आरती का होगा लाइव प्रसारण
बता दें कि अयोध्या में राम जन्मभूमि परिसर में राम लला सहित कुल 18 मंदिर बन रहे हैं। 25 नवंबर को श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की बैठक में इन सभी मंदिरों में होने वाली आरती के लाइव प्रसारण को लेकर चर्चा हुई। लाइव प्रसारण के माध्यम से देश-दुनिया के रामभक्त घर बैठे सभी 18 मंदिरों की आरती के साक्षी बन सकेंगे। इस कारण श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट लाइव प्रसारण की योजना पर विचार कर रहा है। फिलहाल, दूरदर्शन पर प्रतिदिन सुबह 6:30 बजे रामलला की होने वाली श्रृंगार आरती का ही केवल लाइव टेलीकास्ट किया जाता है। वहीं, चंपत राय ने बताया कि दूरदर्शन राम जन्मभूमि परिसर में स्थायी सेटअप यानी केंद्र स्थापित कर रहा है। इसके जरिए हाई क्वालिटी टेलीकास्ट संभव हो सकेगा।