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सुख-दुख में हमेशा कांग्रेस के साथ रहे, तथास्तु! मिलिंद देवड़ा के इस्तीफे पर इस नेता ने कही बड़ी बात 

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द फॉलोअप डेस्क 

कांग्रेस के सीनियर नेता मिलिंद देवड़ा (Milind Deora) के इस्तीफे के बाद पार्टी के जयराम रमेश ने (JaiRam Ramesh) तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा, ‘मिलिंद देवड़ा कांग्रेस के सुख-दुख में हमेशा पार्टी के साथ रहे। इस रिश्ते का ऐसे ही खात्मा होना था, तो तथास्तु’। रमेश ने आगे कहा कि देवड़ा के साथ उनका लंबा और निजी संबंध रहा है। सभी प्रमुख राजनीतिक दलों के साथ उनके साथ मधुर संबंध रहे। लेकिन वे हमेशा कांग्रेस के कट्टर समर्थक बनकर पार्टी के साथ खड़े रहे। रमेश ने मिलिंद देवड़ा के पिता मुरली देवड़ा को याद करते हुए कहा कि ये एक परिवार के लगभग 7 दशक के कांग्रेसी यात्रा का अंत हैं। लेकिन वे इससे हताहत नहीं हैं और न ही महाराष्ट्र कांग्रेस में इससे बहुत फर्क पड़ने वाला है। 

अधीर रंजन चौधरी ने यूं बयान किया दर्द 

इसी तरह पं बंगाल के कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने कहा है, "मैं इसमें क्या कह सकता हूं? अगर कोई पार्टी छोड़ना चाहता है, तो छोड़ सकता है. मैं उनसे पिछली बार नागपुर में मिला था और उनसे अच्छी बातचीत हुई थी." महाराष्ट्र कांग्रेस ने सोशल मीडिया पर लिखा है, "देवड़ा परिवार हमेशा कांग्रेस पार्टी समर्थक रहा है। मुरली देवड़ा हर मुश्किल समय में पार्टी के साथ खड़े रहे और कांग्रेस को मुश्किल समय से बाहर निकलने में मदद की। यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि एक रिश्ता खत्म हो रहा है।"

क्यों दिया देवड़ा ने इस्तीफा 
गौरतलब है कि मिलिंद देवड़ा ने कांग्रेस से इस्तीफा तब दिया है जब शीट शेयरिंग को लेकर इंडिया गठबंधन में शामिल दलों की बैठकों का दौर जारी है। हाल में हुई बैठक में शिव सेना उद्धव गुट ने दक्षिण मुंबई की संसदीय सीट पर अपना दावा पेश किया है। जबकि साल 2014 से इस सीट से देवड़ा चुनाव लड़ते रहे हैं। इस सीट से जीत हासिल कर वे पूर्व केंद्रीय मंत्री भी रहे हैं। शिव सेना के दावे से वे नाराज चल रहे थे। अब कयास लगाये जा रहे हैं कि शिव सेना के एकनाथ शिंदे गुट में शामिल हो सकते हैं। सोशल मीडिया एक्स पर उन्होंने लिखा, कांग्रेस के साथ उनके 55 साल के रिश्ते का खात्मा हो गया है।