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राम मंदिर का प्रसाद बताकर मिठाई बेच रहा था AMAZON, सरकार ने थमाया नोटिस; होगी ये कार्रवाई 

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द फॉलोअप डेस्क 

ऑनलाइन मार्केटिंग कंपनी AMAZON को सरकार ने नोटिस थमाया है। AMAZON पर राम मंदिर (Ram mandir) का प्रसाद बताकर ऑनलाईन मिठाइयां बेचने का आरोप लगाया गया है। खबर है कि AMAZON राम मंदिर का टैग लगाकर कई तरह की चीजें और मिठाइयां बेच रहा था। सबसे पहले इसकी शिकायत सेंट्रल कंज्यूमर प्रोटेक्शन अथॉरिटी ने की, इसके बाद फेडेरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स सरकार को इस संबंध मे जानकारी दी। दोनों एजेंसियों की शिकायत के मद्देनजर AMAZON को नोटिस जारी किया गया है। AMAZON को इस संबंध में एक सप्ताह के भीतर जवाब देने के लिए कहा गया है। ऐसा नहीं होने पर कंपनी पर कड़ी होगी। संतोषजनक उत्तर नहीं मिलने पर सजा के लिए कंज्यूमर प्रोटेक्शन एक्ट 2019 के तहत कार्रवाई हो सकती है। 

राम मंदिर के नाम पर ये प्रॉडक्ट बेचे जा रहे 
फेडेरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स की ओऱ से मिली जानकारी के अनुसार AMAZON की वेब साइट पर राम मंदिर (Ram mandir) के टैग के साथ न सिर्फ राम मंदिर प्रसाद बल्कि अन्य मिठाइयां और दूसरी खाद्य सामग्री भी बेची जा रही है। इनमें रघुपति घी लड्डू, अयोध्या राम मंदिर प्रसाद, अयोध्या प्रसाद, खोया लड्डू, अयोध्या देसी गाय दूध, पेड़ा और मिठाई शामिल हैं। फेडेरेशन ने सरकार से शिकायत की है इससे लोगों की धार्मिक भावनाएं आहत हो रही हैं। इसे रोका जाना चाहिये। सरकार ने इसके बाद AMAZON को नोटिस जारी करते हुए सात दिन में जवाब दाखिल करने के लिए कहा है। कंपनी के जवाब से संतुष्ट नहीं होने पर आगे की कार्रवाई होगी। 

राम मंदिर ट्रस्ट ने ये किया है एलान 

गौरतलब है कि पहले ही घोषणा की जा चुकी है कि राम मंदिर (Ram mandir) का प्रसाद ऑनलाइन नहीं मिलेगा। राम मंदिर ट्रस्ट (Ram Mandir Trust) ने लोगों को ये जानकारी देते हुए ठगी से बचने की सलाह दी है। ट्रस्ट ने कहा है कि उनकी ओऱ से किसी भी कंपनी, संस्था या व्यक्ति को राम मंदिर का प्रसाद ऑनलाइन बेचने या वितरण करने के लिए अधिकृति नहीं किया गया है। कहा है कि ट्रस्ट एक गैर लाभकारी संगठन है, यहां बिना कोई शुल्क लिये भक्तों को प्रसाद दिया जा रहा है। आपको बता दें कि पिछले कई दिनों से ऐसी खबरें आ रही हैं, जिनमें राम मंदिर का प्रसाद घर बैठे ऑनलाइन डिलिवरी की बात कही जा रही है। इसके लिए लोगों से पैसे लिये जा रहे हैं। इसके लिए वेबसाइट बनाकर लोगों को ऑर्डर देने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है।