द फॉलोअप डेस्क
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के नेतृत्व में झारखंड के उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल ने मैड्रिड में स्पेन सरकार के अर्थव्यवस्था, व्यापार और उद्यम मंत्रालय, स्पेनिश चैंबर ऑफ कॉमर्स और स्पेन-इंडिया काउंसिल फाउंडेशन के प्रतिनिधियों के साथ आमने-सामने चर्चा की। बातचीत में निरंतर संवाद, सूचनाओं के आदान-प्रदान और आपसी यात्राओं के माध्यम से भारत-स्पेन निवेश और व्यापार संबंधों को गहरा करने पर जोर दिया गया। मुख्यमंत्री ने चैंबर और काउंसिल के सदस्यों को झारखंड आकर निवेश के अवसरों का पता लगाने का आमंत्रण भी दिया।
प्रतिनिधिमंडल ने स्पेनिश एसोसिएशन ऑफ कंस्ट्रक्शन एंड इंफ्रास्ट्रक्चर कंसेशनेयर कंपनियों (SEOPAN) के साथ भी चर्चा की। इस बैठक में झारखंड के प्रमुख विभागों — विशेषकर परिवहन, सार्वजनिक निर्माण, पर्यावरण और अर्थव्यवस्था — के साथ मिलकर वैश्विक स्तर की जटिल परियोजनाओं को लागू करने और टिकाऊ प्रथाओं को साझा करने की संभावनाओं पर बात हुई।
मैड्रिड में मंत्रा डेटा सेंटर के अध्यक्ष और सीईओ मोहन चैनानी ने मुख्यमंत्री और प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात की। उन्होंने झारखंड में डेटा सेंटर स्थापित करने में रुचि दिखाई, जिस पर मुख्य सचिव ने उन्हें राज्य सरकार के सहयोग और सुविधाओं का भरोसा दिलाया।
गतिशीलता और बुनियादी ढांचे पर काम करने वाली कंपनी एबर्टिस के प्रतिनिधियों के साथ भी चर्चा हुई। बैठक में सड़क निर्माण में टिकाऊ सामग्रियों के उपयोग, सड़क सुरक्षा को बढ़ावा देने और डिजाइन में वैश्विक नवाचारों के जरिए झारखंड को सहयोग देने पर बात हुई।
अक्षय ऊर्जा क्षेत्र में कार्यरत ग्रैनसोलर के प्रतिनिधियों से भी मुलाकात हुई, जो राजस्थान में भी सक्रिय हैं। झारखंड में अक्षय ऊर्जा परियोजनाओं और संबंधित निर्माण क्षेत्र में संभावित निवेश अवसरों पर चर्चा हुई।
JITO स्पेन के अध्यक्ष और JITO यूरोप के संयोजक मनीष जैन ने मुख्यमंत्री से मुलाकात कर जेम्स और ज्वैलरी, विमानन, नवीकरणीय ऊर्जा, धातु और खनन जैसे क्षेत्रों में झारखंड में निवेश की संभावनाओं पर चर्चा की। स्वच्छ ऊर्जा क्षेत्र की प्रमुख कंपनी नोवार्गी के प्रतिनिधियों के साथ बैठक में अपशिष्ट से ऊर्जा, ग्रीन अमोनिया और ग्रीन हाइड्रोजन परियोजनाओं पर संभावनाओं के साथ-साथ झारखंड सरकार को कार्बन फुटप्रिंट कम करने में सहयोग की चर्चा हुई। साथ ही, अंडरग्राउंड खनन, सड़क और रेलवे सुरंगों तथा मेट्रो सिस्टम के लिए वेंटिलेशन सिस्टम तैयार करने वाली कंपनी ज़िट्रॉन के प्रतिनिधियों से भी बातचीत हुई। कंपनी अपनी मौजूदा विनिर्माण इकाई को दिल्ली से झारखंड स्थानांतरित करने और झारखंड सरकार के साथ संयुक्त उद्यम की संभावनाएं तलाशने को इच्छुक है।