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UP : बढ़ती आबादी पर बोले योगी आदित्यनाथ, एक वर्ग की जनसंख्या बढ़ेगी तो फैलेगी अराजकता

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लखनऊ: 

11 जुलाई को विश्व जनसंख्या दिवस (World Population Day) के रूप में मनाया जाता है। विश्व जनसंख्या दिवस के लेकर राजधानी लखनऊ में आयोजित एक कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने यूपी की बढ़ती आबादी पर चिंता जताई, हालांकि उन्होंने कहा कि समुदाय विशेष की बढ़ती जनसंख्या की वजह से समाज में अराजकता की स्थिति पैदा होगी। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हमें ये ध्यान रखना होगा कि जनसंख्या नियंत्रण का कार्यक्रम सफलतापूर्वक आगे बढ़े लेकिन जन-सांख्यिकी असंतुलन ना पैदा हो। 


डेमोग्राफिक असंतुलन पैदा नहीं होना चाहिए
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि ऐसा न हो कि किसी वर्ग की आबादी बढ़ने की रफ्तार और प्रतिशत ज्यादा हो और जो मूल निवासी हैं, जागरूकता अभियान चलाकर उनकी जनसंख्या (Population) नियंत्रित कर असंतुलन पैदा कर दिया जाये। मुख्यमंत्री ने कहा कि 100 करोड़ की आबादी तक पहुंचने में लाखों वर्ष लग गये लेकिन 100 से 500 करोड़ की आबादी होने में महज 183-185 वर्ष ही लगे। गौरतलब है कि इस वर्ष के अंत तक विश्व की आबादी 800 करोड़ तक पहुंचने का अनुमान है। भारत की जनसंख्या वर्तमान समय में 135 से 140 करोड़ के बीच है। ये गंभीर समस्या बनती जा रही है। 

यूपी सर्वाधिक आबादी वाला राज्य है! 
सीएम योगी ने कहा कि यूपी सबसे अधिक आबादी वाला राज्य है। यहां 24 करोड़ लोग रहते हैं। कुछ ही समय में ये आंकड़ा 25 करोड़ तक पहुंच जाएगा। ये रफ्तार एक चुनौती है। इसको नियंत्रित करने के लिए कशिशों करनी होगी। सीएम ने ये भी कहा कि जहां जनसंख्या ज्यादा होती है वहां असंतुलन चिंता का विषय है। धार्मिक डेमोग्राफी पर भी इसका प्रभाव पड़ता है। एक समय के बाद वहां अव्यवस्था और अराजकता जन्म लेने लगती है। उन्होंने कहा कि मातृ और शिशु मृत्यु दर रोकना होगा। 2 बच्चों के जन्म में अंतर कम नहीं होना चाहिए। 

जनसंख्या स्थिरीकरण का प्रयास होगा तेज
मुख्यमंत्री ने कहा कि जनसंख्या स्थिरीकरण अभियान में आशा बहनें, आगंनबाड़ी वर्कर, शिक्षक, त्रिस्तरीय पंचायतों के प्रतिनिधि अहम भूमिका निभा सकते हैं। इसमें धर्मगुरुओं का सहयोग लिया जाना चाहिए। मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में जनसंख्या स्थिरीकरण पखवाड़ा की शुरुआत भी की। उन्होंने जन-जागरूकता रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।