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पहल : अपने शहर-राज्य से दूर रहकर भी प्रवासी RVM से कर सकेंगे वोट, 16 जनवरी को होगा प्रदर्शन

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द फॉलोअप डेस्क
चुनाव के दौरान कई बार लोग अपने शहर और राज्य से दूर रहने के कारण वोट नहीं दे पाते। अक्सर दूसरे राज्य में रहकर काम करने वालों को वोट के लिए छुट्‌टी लेना मुश्किल होता है। ऐसे में वे चाहकर भी अपने मनपसंद प्रत्याशी को वोट नहीं कर पाते। लेकिन अब घर से दूर रहकर भी लोग अपने प्रत्याशी को वोट कर सकेंगे। दरअसल चुनाव आयोग ने इसके लिए रिमोट वोटिंग सिस्टम (RVM) तैयार कर लिया है। आयोग ने इस संबंध में 29 दिसंबर को ही घोषणा कर दी। RVM की मदद से अब अपने घर से दूर अन्य शहर व राज्य में रहने वाले भी विधानसभा-लोकसभा चुनाव में वोट डाल सकेंगे। मतलब वोटिंग के लिए घर से दूर रहने वाले वोटर को वापस अपने घर नहीं आना पड़ेगा।

घर में बैठकर नहीं डाल सकते वोट
RVM की सुविधा का इस्तेमाल सिर्फ वैसे लोगों को ही मिल सकेगा जो किसी अन्य राज्य में नौकरी करने के कारण वहां रहे हों या प्रवासी मजदूर हैं। इसका मतलब यह नहीं होगा कि वे घर बैठे वोट डाल सकेंगे। वोटर को इस सुविधा का लाभ उठाने के लिए वोटिंग के दिन रिमोट वोटिंग स्पॉट पर पहुंचना होगा। एक अनुसार के अनुसार देश के करीब 45 करोड़ लोग ऐसे हैं जो अपना घर व शहर छोड़कर दूसरे राज्यों में रह रहे हैं।

एक बूथ से 72 निर्वाचन क्षेत्र तक हो सकेगा मतदान
युवाओं और शहरी वोटर्स की वोट न डालने के रवैए पर देश में रिसर्च भी की गई है। ऐसे में आयोग का मानना है कि वोटिंग में युवाओं की भागीदारी बढ़ाने के लिए RMV एक क्रांतिकारी बदलाव होगा। हालांकि, यह कब लागू होगा यह कहना अभी जल्दबाजी है। इसे लागू करने से पहले आने वाली कानूनी, प्रशासनिक और तकनीकी चुनौतियों पर भी आयोग की ओर से राजनीतिक दलों के विचार मांगे गए हैं। बताया जा रहा है कि एक 
रिमोट पोलिंग बूथ से ही 72 निर्वाचन क्षेत्रों तक का मतदान संभव होगा।

वर्ष 2019 में 67.4% था वोटिंग प्रतिशत
वर्ष 2019 के आम चुनाव में वोटर टर्नआउट 67.4% था। मतलब करीब 30 करोड़ से ज्यादा वोटर्स ने वोटिंग नहीं की थी। आयोग ने इसको लेकर चिंता जाहिर की। क्योंकि, "वोटर नई जगह जाने पर कई वजहों के चलते वोटिंग रजिस्ट्रेशन नहीं करवाता और वोटिंग नहीं कर पाता है। इसलिए RVM का प्लान बनाया गया है। ताकि, प्रवासी मजदूर भी अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकें।

इस साल हो सकता है लागू
RVM सिस्टम इस साल 2023 में होने वाले विभिन्न राज्यों के विधानसभा चुनाव में लागू हो सकता है। आयोग की ओर से 16 जनवरी को सभी राजनीतिक दलों को इस RVM का लाइव डेमोन्स्ट्रेशन दिया जाएगा। 16 जनवरी को पूर्वाह्न 11 बजे से विज्ञान भवन नई दिल्ली में राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के लिये बहु-निर्वाचन क्षेत्र प्रोटोटाईप रिमोट इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन की कार्यप्रणाली का प्रदर्शन किया जाएगा। इस अवसर पर आयोग की तकनीकी विशेषज्ञ समिति के सदस्य भी उपस्थित रहेंगे। लाइव डेमोन्स्ट्रेशन के बाद राजनीतिक पार्टियों से आयोग सुझाव मांगेगा। सबकुछ ठिक रहा तो इसे लागू करने की प्रक्रिया में आयोग आगे बढ़ेगा। मालूम हो कि 2023 में जम्मू-कश्मीर के अलावा देश के 9 राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं। त्रिपुरा, मेघालय, नगालैंड, कर्नाटक, छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश, मिजोरम, तेलंगाना और राजस्थान शामिल हैं। इन राज्यों के चुनाव में इसे लागू किया जा सकता है। हालांकि, इसके लागू होने में राजनीतिक दलों और चुनाव प्रक्रिया से जुड़े लोगों की राय पर ही निर्भर करता है।