द फॉलोअप डेस्क
कांग्रेस नेता सोनिया गांधी के दामाद और कारोबारी रॉबर्ट वाड्रा से प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने हरियाणा के गुरुग्राम स्थित शिकोहपुर गांव में ज़मीन सौदे से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस में पूछताछ की है। यह मामला साल 2018 में हरियाणा पुलिस द्वारा दर्ज की गई एक एफआईआर से जुड़ा है, जिस पर बाद में ED ने अपनी जांच शुरू की। यह पहली बार है जब रॉबर्ट वाड्रा को इस मामले में पूछताछ के लिए बुलाया गया है। मंगलवार को ED ऑफिस के बाहर मीडिया से बात करते हुए वाड्रा ने कहा, "हमने ED को बताया है कि हम अपने दस्तावेज़ तैयार कर रहे हैं। मैं हमेशा हाज़िर रहने को तैयार हूं। उम्मीद है कि आज इस मामले में कोई निष्कर्ष निकलेगा। इसमें कुछ भी नहीं है।"
उन्होंने इसे सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की ओर से किया गया "राजनीतिक बदला" बताया और कहा कि जब वे देश के पक्ष में बोलते हैं तो उन्हें और राहुल गांधी को रोका जाता है। रॉबर्ट वाड्रा ने कहा, "यह राजनीतिक प्रतिशोध है। जब मैं देश के लिए बोलता हूं, तो मुझे रोका जाता है, राहुल को संसद में बोलने नहीं दिया जाता। यह सब भाजपा कर रही है। लोग मुझसे प्यार करते हैं और चाहते हैं कि मैं राजनीति में आऊं।" गौरतलब है कि एक दिन पहले ही वाड्रा ने राजनीति में आने की इच्छा जताई थी और कहा था कि अगर कांग्रेस चाहेगी, तो वे अपने परिवार की रज़ामंदी से राजनीति में कदम रखेंगे।