द फॉलोअप डेस्क
कोलकाता के मेदनीपुर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (MMCH) में कथित तौर पर एक्सपायर्ड रिंगर लैक्टेट (RL) स्लाइन चढ़ाने के बाद 5 महिलाओं की तबियत बिगड़ गई थी, जिनमें से एक की मौत हो गई। इस हादसे में गुरूवार को एक नवजात की भी जान चली गई। घटना पिछले हफ्ते की है, जब अस्पताल में एक्सपायर्ड रिंगर लैक्टेट दिए जाने से 5 महिलाएं बीमार हो गई थीं। इनमें से एक महिला मामोनी रुइदास की बीते शुक्रवार को ही अस्पताल में मौत हो गई थी।
नवजात ने तोड़ा दम
गुरुवार को अस्पताल में भर्ती 4 महिलाओं में से रेखा शॉ की नवजात की भी कोलकाता के सरकारी मेडिकल कॉलेज में मौत हो गई। रेखा की सास पुष्पा शॉ ने बताया कि जन्म के बाद उन्हें केवल एक बार बच्चे को दिखाया गया था। उसके बाद उसे अलग रखा गया था। अब बताया जा रहा है कि बच्चे की मौत हो गई है। शुभेन्दु अधिकारी ने की CBI जांच की मांग
बच्चे की मौत के बाद पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेन्दु अधिकारी ने केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) और ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) से मामले की जांच करने की मांग की। यह मामला गंभीर रूप से चर्चा में है। क्योंकि एक्सपायर्ड रिंगर लैक्टेट सलाइन पश्चिम बंगाल फार्मास्युटिकल लिमिटेड से आई थी। जो पहले से ही कर्नाटक और पश्चिम बंगाल सरकारों द्वारा प्रतिबंधित थी।
राज्य सरकार ने की त्वरित कार्रवाई
इस घटना के बाद राज्य सरकार ने त्वरित कार्रवाई की और सभी मेडिकल कॉलेजों और अस्पतालों को कंपाउंड सोडियम लैक्टेट इंजेक्शन के स्टॉक को रोकने का आदेश दिया। इसके साथ ही सभी स्वास्थ्य सेवा संस्थाओं से उक्त कंपनी द्वारा आपूर्ति की गई दवाओं को हटाने का निर्देश भी जारी किया गया।