द फॉलोअप डेस्क
उत्तराखंड में चल रहे 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत सुरक्षा कारणों से केदारनाथ धाम की हेलीकॉप्टर सेवाएं अस्थायी रूप से रोक दी गई हैं। भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के मद्देनजर यह निर्णय लिया गया है, जिससे तीर्थयात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। वहीं, हेली सेवा पर रोक लगा दी गयी है। सूत्रों के अनुसार, गंगोत्री और बदरीनाथ धामों के लिए भी हेलीकॉप्टर सेवाओं को निलंबित किया जा सकता है। राज्य सरकार ने चारों धामों—केदारनाथ, बदरीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री—में सुरक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ किया है। पैरामिलिट्री बलों की तैनाती के साथ-साथ तीर्थयात्रियों की जांच और निगरानी के लिए ड्रोन कैमरों का उपयोग किया जा रहा है।
चारधाम यात्रा के लिए अब तक 25 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने पंजीकरण कराया है, जिनमें से केदारनाथ धाम के लिए सबसे अधिक संख्या में यात्री पंजीकृत हैं। हालांकि, वर्तमान सुरक्षा स्थिति को देखते हुए तीर्थयात्रियों से अनुरोध किया गया है कि वे यात्रा से पहले आधिकारिक घोषणाओं और निर्देशों का पालन करें।
उत्तराखंड पुलिस और प्रशासन ने तीर्थयात्रियों की सुविधा और सुरक्षा के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं, जिनके माध्यम से किसी भी आपात स्थिति या जानकारी के लिए संपर्क किया जा सकता है। साथ ही, यात्रियों को सलाह दी गई है कि वे केवल आधिकारिक वेबसाइटों और अधिकृत ट्रैवल एजेंसियों के माध्यम से ही बुकिंग करें, ताकि किसी भी प्रकार की धोखाधड़ी से बचा जा सके। इस समय, तीर्थयात्रियों की सुरक्षा सर्वोपरि है, और सभी से अनुरोध है कि वे संयम और सतर्कता बरतें, ताकि यह पवित्र यात्रा सुरक्षित और सफलतापूर्वक संपन्न हो सके।