द फॉलोअप डेस्कः
लोकसभा चुनाव के बाद सरकार बनाने की कवायद तेज हो गई है। आज एनडीए संसदीय दल की बैठक भी हुई है। इस दौरान पीएम मोदी ने करीब 1 घंटे का भाषण दिया। भाषण के दौरान उन्होंने कहा कि 5 साल में हमे गतिशक्ति परियोजना को और गति देना है। कम समय में बुनियादी ढांचा का निर्माण हो रहा है। युवा शक्ति के लिए नये अवसर खुलते हैं। आज भारत दुनिया में मैन्युफैक्चरिंग हब के रूप में उभर रहा है। कृषि क्षेत्र में भी आगे बढ़े हैं। स्पेस, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में भी तेजी से आगे बढ़ रहे हैं। विश्वकर्मा योजना से भी नई संभावनाएं पैदा हो रही है। हमारी विरासत के प्रति दुनिया का ध्यान केंद्रित रहेंगे। दुनिया भारत की तरफ मुड़ने वाली है। हमें जरूरी व्यवस्था बनानी है। पर्यटन का विकास करना है। इंफ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में विकास हुआ है। बहुत बड़ा सकारात्मक ग्राउंड तैयार हो रहा है। वोकल फॉर लोकल और रीजनल पर्यटन का भी अवसर खुला। औद्योगिक क्रांति के दौर में हम गुलाम थे। हम उसका फायदा नहीं ले पाये।
एक पेड़ मां के नाम लगाएं
नया युग शुरू हो रहा है। ग्रीन ऐरा शुरू हो रहा है। भारत के पास इसका नेतृत्व करने की संभावना है। ग्रीन हाईड्रोजन और ग्रीन नाईड्रोजन उत्पादन की दिशा में काम करना होगा। 4 जून को नतीजे आये। उसी दिन में हमारे मन में विचार आया। 1 पेड़ मां के नाम अभियान। उनकी जन्मदिन पर पेड़ लगाइये। धरती मां की सेवा होगी। एनडीए अब भारत आइसोलेशन में नहीं जी सकता। वैश्विक परिवेश में भारत की भूमिका बढ़ती चली जा रही है। 2014 में जब एनडीए की सरकार बनी। पूरे विश्व में उसी एक पल से नया जिज्ञासा पैदा हुई। बदलाव हुआ। पिछले 10 साल में जिन कामों को बल दिया, भारत की छवि विश्व बंधु की बन चुकी है। जब दुनिया विश्व बंधु के रूप में स्वीकार करती है तो हम उसे आने वाले रोडमैप में जगह दें। विदेश नीति ने बेहतर परिणाम दिये हैं। मानवीय मूल्यों को प्राथमिकता दी।
भारत में निवेश की संभावना काफई बढ़ने वाली है। राज्य भी प्रगतिशील नीतियां बनाएं। विश्व आंगन में दस्तक दे रहा है। जो राज्य ज्यादा स्पष्ट नीतियों के साथ आयेगा। उसे लाभ मिलेगा। भारत ने जो नीतियां और वातावरण बनाया उसका लाभ सभी राज्यों को मिलना चाहिए। जी20 में देखा कि दुनिया का नजरिया बदला है। जी20 संकटों से गुजर रहा था। भारत में आने के बाद नये प्राण से भर गया। नया सामर्थ्य आ गया। पूरे विश्व को जोड़ने में बहुत बड़ा काम किया है। दुनिया के करीब-करीब सभी देशों ने हमसे वार्ता करना चाहा। हमारी ताकत से दुनिया को परिचित कराया।
विश्व में हमारा सम्मान और भारत में निवेश की संभावना दोनों बढ़ी है। आजादी का 75वां वर्ष है। ये हमारी भावना है। 75 साल को ऐसे मनाना है ताकि संविधान की आत्मा से जन जन को परिचित करायें। छत्रपति शिवाजी महाराज के राज्याभिषेक के 350 वर्ष के रंग में देश रंगा है। छत्रपति शिवाजी को याद करते हुए राष्ट्र प्रथम की भावना बलवति होती है। पॉलिसी और परफॉर्मेंस और सामान्य मानव का जीवन बेहतर करना है। विकास की सारी तैयारी, रोडमैप तैयार है।