द फॉलोअप नेशनल डेस्क
इंडिया गठबंधन में शामिल दलों ने उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ को हटाने के लिए अविश्वास प्रस्ताव लाया है। प्रस्ताव में गठबंधन में शामिल दलों के 60 सांसदों के हस्ताक्षर हैं। आरोप लगाया गया है कि धनखड़ राज्यसभा में विपक्ष के नेताओं को बोलने का मौका या समय नहीं देते हैं। कांग्रेस नेता जयराम रमेश की अगुवाई में विपक्षी दलों के 60 सांसदों ने अविश्वास प्रस्ताव का दस्तावेज राज्यसभा के सेक्रेटरी को सौंपा।
मौके पर जयराम रमेश ने कहा, राज्य सभा के माननीय सभापति द्वारा अत्यंत पक्षपातपूर्ण तरीक़े से उच्च सदन की कार्यवाही का संचालन करने के कारण INDIA ग्रुप के सभी घटक दलों के पास उनके ख़िलाफ़ औपचारिक रूप से अविश्वास प्रस्ताव लाने के अलावा कोई विकल्प नहीं था। INDIA की पार्टियों के लिए यह बेहद ही कष्टकारी निर्णय रहा है, लेकिन संसदीय लोकतंत्र के हित में यह अभूतपूर्व कदम उठाना पड़ा है।
यह प्रस्ताव अभी राज्यसभा के सेक्रेटरी जनरल को सौंपा गया है। जयराम रोमेश ने इस मामले पर कहा, 72 साल में पहली पार विपक्ष की पार्टियों ने राज्यसभा में चेयरमैन के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव दिया है। ये दर्शाता है कि हालात कितने खराब हैं। राज्य सभा के चेयरमैन बड़े वकील हैं, संविधान की समझ रखते हैं, लेकिन जिस तरीके से उन्होंने सदन चलाया है, INDIA गठबंधन को अविश्वास प्रस्ताव के लिए मजबूर होना पड़ा। आज सारी पार्टियां एक आवाज में कह रही हैं कि चेयरमैन साहब पक्षपात कर रहे हैं।