डेस्क:
उत्तर प्रदेश(Uttar pradesh) के चर्चित बिकरू कांड(Bikru kand) के मुख्य आरोपी विकास दुबे(Vikash dubey) की एनकाउंटर(Encounter) मामले की जांच रिपोर्ट सार्वजनिक होगी। जांच आयोग की रिपोर्ट को सुप्रीम कोर्ट ने अदालत(Supreme court) की वेबसाइट पर डालने के निर्देश दिए हैं। चीफ जस्टिस एनवी रमणा(Chief justice NV ramana) ने अपने आदेश में कहा कि अदालत ने विकास दुबे मामले में जांच आयोग बनाया था और रिपोर्ट तलब की थी। सुप्रीम कोर्ट ने कमीशन की रिपोर्ट को स्वीकार कर लिया है। रिपोर्ट सील कवर में दे दी गई है। अब इसमें कुछ बाकी नहीं बचा है। ऐसे में रिपोर्ट को सार्वजनिक करने के लिहाज से सुप्रीम कोर्ट की वेबसाइट पर अपलोड कर दिया जाए।
अगस्त 2021 का है एनकाउंटर मामला
विकास दुबे एनकाउंटर का मामला उत्तर प्रदेश के कानपुर का है। बीते साल कानपुर के बिकरू में 8 पुलिसवालों की जान लेने वाले विकास दुबे की मौत के मामले की जांच के लिए सुप्रीम कोर्ट ने 19 अगस्त 2021 को आयोग का गठन किया था। आयोग की तरफ से हरीश साल्वे ने सुनवाई के दौरान कोर्ट में कहा कि इस मामले में तीन सदस्यों की कमेटी बनाई गई थी। जांच पूरी हो चुकी है और कमेटी अपनी रिपोर्ट विधानसभा में पेश कर चुकी है।
कमीशन की रिपोर्ट को दी जा सकती है चुनौती
सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान आयोग की तरफ से साल्वे ने कहा कि कमीशन की रिपोर्ट कोई फैसला नहीं है। इसे चुनौती नहीं दी जा सकती। कानपुर शूटआउट के मुख्य आरोपी विकास दुबे के एनकाउंटर केस की जांच के लिए गठित आयोग को भंग करने की मांग की गई थी। सुप्रीम कोर्ट में याचिकाकर्ता की तरफ से कमीशन की रिपोर्ट पर भी सवाल उठाए गए, जिन्हें अदालत ने खारिज कर दिया। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि मामले में अब कुछ बचा नहीं है।
दबिश देने गई पुलिस टीम पर विकास दुबे ने की थी फायरिंग
मामला कानपुर के बिकरू गांव का है। जहां 2 जुलाई 2020 को दबिश देने गई पुलिस टीम पर विकास दुबे ने अपने गुर्गों के साथ फायरिंग कर दी थी। इसमें एक डिप्टी एसपी समेत 8 पुलिसकर्मी मारे गए थे। यूपी के STF ने उसके बाद फरार चल रहे विकास दुबे को मध्य प्रदेश से गिरफ्तार किया था। पुलिस के मुताबिक, विकास दुबे को कानपुर लाने के क्रम में उसने रास्ते में भागने का प्रयास किया। इस दौरान पुलिस से हुई मुठभेड़ में वह मारा गया।