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राष्ट्रपति चुनाव : इंतजार खत्म! झामुमो ने NDA की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू के समर्थन का ऐलान किया

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डेस्क: 

झारखंड मुक्ति मोर्चा  (Jharkhand Mukti Morcha) राष्ट्रपति चुनाव (Presidential Election) में एनडीए प्रत्याशी द्रौपदी मुर्मू (NDA Candidate Draupadi Murmu) के पक्ष में मतदान करेगी। झारखंड मुक्ति मोर्चा ने गुरुवार को इसका आधिकारिक ऐलान किया।

झामुमो की सेंट्रल कमिटी द्वारा इस आशय का पत्र भी जारी किया गया है। इसमें लिखा है कि आप अवगत हैं कि राष्ट्रपति चुनाव में झारखंड की पूर्व राज्यपाल एवं आदिवासी महिला श्रीमति द्रौपदी मुर्मू उम्मीदवार हैं। आजादी के बाद पहली बार किसी आदिवासी महिला को राष्ट्रपति बनने का गौरव प्राप्त होने वाला है। 

झारखंड मुक्ति मोर्चा ने पत्र में क्या लिखा! 
आधिकारिक पत्र में लिखा है कि सम्यक विचारोपरांत पार्टी राष्ट्रपति चुनाव में श्रीमती द्रौपदी मुर्मू के पक्ष में मतदान करने का निर्णय लेती है।

आप सभी सांसदों एवं विधायकों को निर्देशित किया जाता है कि 18 जुलाई को होने वाले राष्ट्रपति चुनाव में राष्ट्रपति उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू के पक्ष में मतदान करें।

गौरतलब है कि लंबे समय से इस बात की संभावना जताई जा रही थी कि झारखंड मुक्ति मोर्चा राष्ट्रपति चुनाव में एनडीए उम्मीदवार के पक्ष में मतदान करेगी। ऐसा ही हुआ। 

पहले यशवंत सिन्हा के पक्ष में था झामुमो
गौरतलब है कि यूपीए ने पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा (UPA Candidate Yashwant Sinha) को राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार घोषित किया। उससे पहले बुलाई गई यूपीए घटक दल की मीटिंग में झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेताओं ने भी हिस्सा लिया था। इसके बाद 21 जून को एनडीए ने राष्ट्रपति पद के लिए झारखंड की पूर्व राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू को अपना उम्मीदवार घोषित किया।

ऐलान होते ही तमाम सियासी गुणा-गणित बिगड़ गये। बीजेपी ने झारखंड को दोतरफा साधा। पहला तो ये कि द्रौपदी मुर्मू झारखंड की राज्यपाल रह चुकी हैं। दूसरा ये कि वो संताल आदिवासी समाज से आती हैं। सोरेन परिवार भी संताल आदिवासी समाज से आता है। झाऱखंड मुक्ति मोर्चा की पूरी सियासत की आदिवासिय पर टिकी है। ऐसे में बीजेपी ने झामुमो के सामने कोई ऑप्शन नहीं छोड़ा। 

पहले से लगाये जा रहे थे समर्थन के कयास
कयास लगाये जाने लगे थे कि झारखंड मुक्ति मोर्चा अब द्रौपदी मुर्मू का ही समर्थन करेगी। कयासों को बल तब भी मिला जब यूपीए उम्मीदवार, यशवंत सिन्हा के नामांकन के समय झामुमो का कोई भी नुमाइंदा इसमें शामिल नहीं हुआ। इसी बीच मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने दिल्ली जाकर गृहमंत्री से मुलाकात की। समर्थन के सवाल पर कहा कि ये झामुमो के सुप्रीमो गुरुजी को तय करना है।

झामुमो का रूख देख झारखंड में सरकार में सहयोगी कांग्रेस को थोड़ी सी घबराहट हुई। प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कहा कि हमें पूरी उम्मीद है कि हेमंत सोरेन गठबंधन धर्म का पालन करेंगे। आखिरकार 4 जुलाई को एनडीए की राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू ने झारखंड का दौरा किया। एनडीए के नेताओं के साथ तो बैठक की ही। 

उसी दिन शाम को मुख्यमंत्री आवास जाकर झामुमो सुप्रीमो शिबू सोरेन (Shibu Soren) से मुलाकात की। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन आवास से बाहर तक चलकर आए। गुलदस्ता दिया और झुककर जोहार कर उनकी आगवानी की। काफी देर तक आवास में मंत्रणा हुई। मुख्यमंत्री द्रौपदी मुर्मू को उनकी गाड़ी तक छोड़ने भी आये। 

गुरुवार की देर शाम हुआ आधिकारिक ऐलान
इसी दिन तकरीबन स्पष्ट हो गया था कि झारखंड मुक्ति मोर्चा राष्ट्रपति चुनाव में द्रौपदी मुर्मू का समर्थन करेगा। बस आधिकारिक ऐलान बाकी था। उस दिन ऐसा लगा कि झारखंड कांग्रेस का दिल टूट चुका है क्योंकि राजेश ठाकुर ने राष्ट्रपति चुनाव में समर्थन के सवाल पर कहा कि झारखंड मुक्ति मोर्चा की विचारधारा यूपीए के साथ मेल नहीं खाती। उन्हें गठबंधन धर्म का पालन करना चाहिए था लेकिन हर सियासी पार्टी को उनका फैसला लेने का हक है। हम इसपर क्या करेंगे।

 अब आखिरकार,गुरुवार की देर शाम झारखंड मुक्ति मोर्चा ने आधिकारिक ऐलान कर दिया कि राष्ट्रपति चुनाव में एनडीए उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू का समर्थन करेगा।