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ट्यूशन पढ़ाकर फीस भरा, रोज 15 किमी तक चलाई साइकिल; अब एयरफोर्स में चुना गया मजदूर का बेटा

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द फॉलोअप डेस्क : 


सपने उन्हीं के सच होते हैं जिनमें उन्हें पूरा करने की लगन होती है। ऐसा ही कुछ फिरोजाबाद में रहने वाले मजदूर के बेटे के साथ हुआ। अपने सपने को सच करने के लिए इस लड़के ने कड़ी मेहनत की, जिसका नतीजा उसको सफलता के रूप में मिला। फिरोजाबाद के मक्खनपुर के गांव बरामई में रहने वाले रवि कश्यप की कहानी काफी संघर्षों से भरी है। रवि ने बताया कि उसके पिताजी कांच फैक्ट्री में काम करते हैं। परिवार का खर्च उठाते हैं। परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक ना होने के कारण फीस भरने में भी काफी दिक्कत होती थी। 

बच्चों को ट्यूशन पढ़ाकर भरी फीस
रवि कश्यप ने बताया कि बचपन से ही सपना था कि वो डिफेंस में नौकरी करें। तभी उन्होंने फिरोजाबाद की 9वीं सेना डिफेंस अकादमी में एयरफोर्स की तैयारी करने के लिए एडमिशन लिया। परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक ना होने के चलते रवि अन्य बच्चों को ट्यूशन भी पढ़ाता था। फिर, उसने अपने सपनों को पूरा करने के लिए 1 कोचिंग संस्थान में दाखिला लिया। 


मेहनत और लगन से मिली कामयाबी
रवि ने बताया कि कोचिंग पहुंचने के लिए उसे रोजाना सुबह 4 बजे घर से निकलना पड़ता था।  कोचिंग पहुंचने के लिए उसे साइकिल से 15 किमी. तक सफर तय करना पड़ता था। कई दिनों तक रवि की मेहनत का सिलसिला ऐसे ही चलता रहा। अंत में उसे सफलता मिल गई। युवा ने बताया कि उसका चयन इंडियन एयरफोर्स में हो गया है। कोचिंग संस्था चलाने वाले मयंक शर्मा ने उनकी आर्थिक स्थिति को देखते हुए उन्हें फ्री कोचिंग कराने का भरोसा दिया। इसके बाद रवि अपनी लगन के साथ तैयारी में जुट गया। मयंक ने आगे बताया कि वह उन छात्रों से फीस नहीं लेते हैं, जिनकी आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होती है। इस युवा के साथ भी ऐसी ही स्थिति थी। उन्हें बहुत खुशी हो रही है कि रवि का चयन इंडियन एयर फोर्स में हो गया है।