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लोकसभा चुनाव : अकेला चलेगा हाथी, किसी को फ्री में समर्थन नहीं; मायावती ने जन्मदिन पर क्या-क्या कहा 

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द फॉलोअप डेस्क 

लोकसभा चुनाव (General Election) को लेकर, अपने जन्मदिन पर बसपा (BSP) प्रमुख मायावती (Mayawati) ने बड़ा एलान करते हुए कहा है कि उनकी पार्टी अकेले चुनाव लड़ेगी। आगे कहा कि चुनाव के बाद वो किसी सरकार को फ्री में समर्थन नहीं देगी। विचार किया जायेगा कि किन शर्तों पर पार्टी को समर्थन देने से फायदा होगा। मायावती ने कहा कि बसपा को अकेले चुनाव लड़ने का अनुभव है। कहा, बसपा ने कई बार अकेले चुनाव लड़ा और सरकार भी बनाई। लोकसभा चुनाव में पार्ट को इसका लाभ मिलेगा। बसपा ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, हमने लोगों को रोजगार से जोड़ने का काम किया, न कि मुफ्त राशन देकर जनता को निकम्मा बनाने काम किया। आने वाली पीढ़ियां बसपा को सिर्फ इसलिए समर्थन देंगी। 

अकेले चुनाव लड़ने का फैसला क्यों 

मायावती ने कहा कि बसपा न एनडीए के साथ एलायांस करेगी न इंडिया गठबंधन में शामिल होगी। कहा कि इनके अपने-अपने हिडेन एजेंडे हैं। इस बात को बसपा समझ चुकी है। कहा, बसपा ने अलायंस करके भी चुनाव लड़कर देखा है। कहा कि गठबंधन के बाद दूसरी पार्टियों को तो बसपा का दलित वोट मिल जाता है, लेकिन बसपा सहयोगी पार्टी का अपर क्लास का वोट नहीं मिलता है। इससे पार्टी को कई बार बड़ा नुकसान हो चुका है। कहा, बसपा का जनाधार और वोट प्रतिशत बढ़ रहा है, ऐसे में अकेले चुनाव लड़ने में पार्टी को अधिक फायदा होगा। साथ ही कहा कि चुनाव के बाद किसी सरकार को फ्री में समर्थन नहीं देंगे। इसके लिए शर्तों पर विचार होगा। 

राम मंदिर पर क्या कहा 

बसपा प्रमुक ने 22 जनवरी को होने वाले प्राण प्रतिष्ठा समारोह को लेकर कहा कि उनको अयोध्या आने का निमंत्रण मिला है। लेकिन वे इसमें शामिल होंगी या नहीं, इस बारे में उन्होंने अभी फैसला नहीं किया है। न ही आने की स्वीकृति दी है। कहा कि उनकी अयोध्या यात्रा उनकी व्यस्तताओं को देखते हुए तय किया जायेगा। बता दें कि अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा समारोह में कई राजनीतिक दल पहले ही शिरकत करने से मना चुके हैं। इनमें बसपा की घोर विरोधी पार्टी सपा, कांग्रेस, ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस और प्रमुख वाम दल आदि शामिल हैं।