डेस्क:
BSP सुप्रीमो और उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने आगामी राष्ट्रपति चुनाव में NDA प्रत्याशी द्रौपदी मुर्मू को समर्थन देने का एलान किया है। उन्होंने विपक्ष द्वारा राष्ट्रपति उम्मीदवार के चयन के लिए हुई बैठक में BSP को नहीं बुलाये जाने से नाराजगी जाहिर की। मायावती ने यह भी कहा कि उनकी पार्टी ऐसा NDA के समर्थन में नहीं,बल्कि एक आदिवासी महिला के समर्थन में कर रही है।
पार्टी मूवमेंट को ध्यान में रखकर लिया फैसला- मायावती
समाचार एजेंसी ANI से बात करते हुए मायावती ने कहा कि हमारी पार्टी ने आदिवासी समाज को अपने मूवमेंट का ख़ास हिस्सा मानते हुए द्रौपदी मुर्मू को राष्ट्रपति पद के लिए अपना समर्थन देने का निर्णय लिया है। यह अति महत्वपूर्ण फ़ैसला BJP या NDA के पक्ष या फिर विपक्षी पार्टी के विरोध में नहीं लिया गया है, बल्कि अपनी पार्टी के मूवमेंट को ध्यान में रखते हुए एक आदिवासी समाज की योग्य और कर्मठ महिला को देश की राष्ट्रपति बनाने के लिए यह फ़ैसला लिया है।
We've decided to support NDA's Presidential election candidate Droupadi Murmu. We've taken this decision neither in support of BJP or NDA nor against opposition but keeping our party and movement in mind: BSP chief Mayawati pic.twitter.com/7QXbnVNXNj
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) June 25, 2022
BSP को बैठक से दूर रखना विपक्ष का षडयंत्र
विपक्ष ने राष्ट्रपति प्रत्याशी चुनने के लिए हुई बैठक से बसपा को अलग रखा। शरद पवार ने बैठक में बसपा के लीडर को नहीं बुलाया। ये उनकी सोच को दिखाता है। मायावती ने कहा कि राष्ट्रपति प्रत्याशी चुनने के दौरान ऐसा करना विपक्ष का षडयंत्र दिखता हैं। कांग्रेस और बीजेपी ये रत्ती भर भी नहीं चाहती कि बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर की सोच देश पर लागू हो।