डेस्क:
लखनऊ में हुए PUBG हत्याकांड को आज 13 दिन हो गए है। इस केस में हर दिन नए-नए खुलासे हो रहे है। शुरूआत में कहा गया कि यह हत्या PUBG खेलने से मना करने के कारण की गई थी लेकिन यह कहानी अब नए मोड़ पर पहुंच चुकी है। नाबालिग बेटा अब घर में 'तीसरे शख्स' की एंट्री के चलते मां की हत्या करने की वजह बता रहा है। नाबालिग ने कहा कि घर पर एक बड़े बिल्डर का आना जाना था। जो उसे प्रसंद नहीं था। उसने इस बारे में आसनसोल में तैनात अपने फौजी पिता को भी बताया था।
मां से मिलने प्रॉपर्टी डीलर अंकल आया करते थे
आरोपी बेटे ने बाल कल्याण समिति (CWC) की पूछताछ में बताया कि जब पापा यहां नहीं होते थे तब मां से मिलने प्रॉपर्टी डीलर अंकल आया करते थे। मुझे बिल्कुल अच्छा नहीं लगता था। मैने इस बारे में पापा को सबकुछ बता दिया था। जिसके बाद मम्मी पापा के बीच लड़ाई भी हुई। मम्मी ने गुस्से में मुझे बहुत पीटा।
बेटे पर आरोप लगाकर की उसकी पिटाई
आरोप है कि निजी जिंदगी में बेटे के दखल और उसकी वजह से पति से दूरियां साधना को बर्दाश्त नहीं हुईं। वो बेटे को घर में नौकर की तरह रखने लगी। झाड़ू, पोछा से लेकर कपड़े साफ करने तक का बोझ बेटे पर डाल दिया। बेटा सब कुछ झेलता रहा, क्योंकि पिता नवीन की पोस्टिंग बहुत दूर आसनसोल में थी। कहा जा रहा है कि इन्हीं सब कारण से बेटे के दिल मे नफरत भरती गईं। बेटा यह सब पिता को फोन पर बताता रहा। बात आगे तब बढ़ गयी। कुछ दिनों के बाद मां (साधना) के 10 हजार रुपये गायब हो गई जिसका इल्जाम मां ने बेटे पर लगाया और उसकी जमकर पिटाई की और रात भर उसे भूखा भी रखा।
पापा को सब जानकारी थी
आरोपी बेटे ने आगे कहा कि ''प्रॉपर्टी डीलर अंकल एक दिन घर डिनर पर आए। यह मुझे बिलकुल प्रसंद नहीं आया। मैंने खाना नहीं खाया। जिसकी शिकायत मैंने फिर पापा से की। इसकी वजह से मां ने मेरा फोन छीन लिया था और मुझे पीटा भी। पापा से मैंने कहा कि मुझे यह सब पसंद नहीं है। तो पापा ने कहा, 'मैं होता तो पिस्टल उठाकर गोली मार देता।' मैने पापा से पूछा मुझे क्या करना चाहिए। पापा बोले- 'जो मन में है, तुम वह करो। फिल मैने 4 जून की रात मां की गोली मारकर हत्या कर दी।'' पापा को सब जानकारी थी कि घर में क्या चल रहा है। यहां तक कि पापा गुस्सा होते थे, लेकिन कुछ नहीं करते थे। फिर मैंने ही मां को गोली मार दी। उसके लिए पापा ने फोन पर मुझसे कहा, तूने अपनी मां को मार दिया। लेकिन घर में अब बहुत शांति है।''
पापा ने पिस्टल चलाना सिखाया था
जब आरोपी बेटे से पूछा गया कि, 'पिस्टल चलाना कैसे सीखा?' उसने जवाब दिया कि कुछ साल पहले पापा की पोस्टिंग राजस्थान में थी। तब सब वहीं रहते थे। हमारे क्वार्टर के पास फायरिंग रेंज थी। हर रोज रिहर्सल होता था। मैं फौजियों को गोली चलाते देखता था। जब हम लखनऊ आए तो पापा ने पिस्टल चलाना सिखाया था।'