द फॉलोअप डेस्क
गोड्डा से भाजपा सांसद और वक्फ संशोधन विधेयक पर विचार करने के लिए बनाये गये JPC (ज्वाइंट पार्लियामेंट्री कमेटी) के सदस्य निशिकांत दुबे ने JPC चेयरमैन को पत्र लिखा है। इसमें उन्होंने वक्फ संशोधन बिल के लिए आए 1.25 करोड़ सुझावों की भाषा एक जैसी होने पर अंतरराष्ट्रीयसाजिश की आशंका जताई है। दुबे ने इसे लेकर गृह मंत्रालय से जांच करवाने की मांग की है।
सांसद निशिकांत दुबे का यह पत्र JPC चेयरमैन जगदंबिका पाल के लिए है। इसमें उन्होंने कहा है कि वक्फ विधेयक को लेकर JPC को मिले लगभग 1 करोड़ 25 लाख सुझाव अपने आप में महत्वपूर्ण हैं और यह वैश्विक रिकॉर्ड भी है। लेकिन इससे जुड़ी चिंताओं को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।
पाकिस्तान और चीन की एजेंसी पर उठाए सवाल
भाजपा सांसद ने कहा कि यह एक बड़ा मुद्दा है कि इन सुझावों में से कितने भारत के अंदर से आये हैं और कितने विदेशों से आये हैं। निशिकांत का कहना है कि इसमें से बड़े पैमाने पर आए सुझावों के कंटेंट या तो समान है या फिर इसमें थोड़ा बहुत फेरबदल है। पत्र के जरिए निशिकांत ने भारत से भागे हुए जाकिर नाइक, जमात-ए-इस्लामी और तालिबान सहित पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई और चीन की एजेंसी की मंशा पर भी सवाल उठाये हैं।
पत्र में कहा गया है कि वक्फ संशोधन विधेयक में इनकी भागीदारी गंभीर चिंता का विषय है। ये संस्थाएं लंबे समय से देश को अस्थिर करने और लोकतंत्र को कमजोर करने का षड्यंत्र रचती आई हैं। इतने बड़े पैमाने पर आए सुझाव और उसके कंटेंट को देख लग रहा है कि विदेशी शक्तियां देश के बाहर से भारत के विधायी कार्य को प्रभावित करने की कोशिश कर रही हैं। निशिकांत ने JPC चेयरमैन से इन सुझावों के स्रोत की गहन जांच गृह मंत्रालय से करवाने का अनुरोध किया।