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शादी के तीसरे दिन देश सेवा के लिए निकले पति, भावुक हुई पत्नी बोलीं- अपना सिंदूर भेज रही हूं

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द फॉलोअप डेस्क
ऊपर तस्वीर में दिख रही इस महिला का नाम यामिनी पाटील है। यामिनी के आंखों में आंसू हैं। वह नई नवेली दुल्हन है। उनके हाथों पर मेहंदी लगी है। तीन दिन पहले ही यामिनी की शादी हुई है। यामिनी के पति सेना में है। भले ही यामिनी के आंखों में आंसू दिख रहे हैं कि लेकिन चेहरे पर गर्व छलक रहा है। मेहमान अभी तक घर से गये भी नहीं है और यामिनी के पति को देश की रक्षा के लिए निकलना पड़ा। इस वजह से यामिनी भावुक हो रही हैं। स्टेशन पर पति को छोड़ने आई नई नवेली दुलहन ने कहा कि वह अपने देश को अपना सिंदूर भेज रही हैं। मामला महाराष्ट्र के जलगांव का है। रेलवे स्टेशन पर भारत माता की जय गूंज रही थी। सेना की वर्दी पहले एक शख्स को स्टेशन पर परिवार और रिश्तेदार छोड़ने आए थे। इस सेना के जवान का नाम है मनोज ज्ञानेश्वर पाटील। मनोज की शादी 5 मई को यामिनी पाटील से हुई थी। शादी के बाद खुशियां मनाने का समय भी नहीं मिला। उन्हें हनीमून पर जाना था लेकिन उससे पहले ही मनोज को बॉर्डर पर जाना पड़ा। 


दरअसल पाकिस्तान से बढ़ते तनाव के कारण सेना के जवानों की छुट्टी रद्द कर दी गई है। मनोज ने देश को सबसे ऊपर रखते हुए 8 मई को ड्यूटी जॉइन कर ली। यामिनी ने नम आंखों से उन्हें विदा किया और देश के प्रति उनके समर्पण पर गर्व महसूस किया। यामिनी ने बताया कि घर में शादी के बाद रीति है कि सत्यनारायण भगवान की कथा होती है। मनोज ने सत्यनारायण भगवान की पूजा की और फिर सीधे स्टेशन निकले। जलगांव जिले के पाचोरा के रहने वाले मनोज के ड्यूटी पर लौटने के समय यामिनी भावुक हो गईं। उन्होंने देश को सबसे ऊपर माना।

मनोज की पत्नी यामिनी ने भी इस मुश्किल समय में देश सेवा को प्राथमिकता दी। उन्होंने भावुक होकर अपने पति को विदा किया। मनोज को छोड़ने के लिए यामिनी रेलवे स्टेशन तक गईं। यामिनी जितनी देर तक स्टेशन पर रहीं उन्होंने खुद को संभाला। यामिनी ने कहा, 'मुझे गर्व है कि मेरे पति देश की रक्षा के लिए सीमा पर जा रहे हैं, देश से बड़ा कुछ नहीं है। मैं अपना सिंदूर भेज रही हूं। मुझे गर्व है कि मेरे पति सीमा पर देश की रक्षा के लिए जा रहे हैं।' यामिनी का यह जज्बा पूरे देश के लिए प्रेरणादायक है। यह हर भारतीय के दिल को गर्व से भर देता है।