द फॉलोअप डेस्क
देश की राजधानी दिल्ली को रेखा गुप्ता के रूप में अपनी चौथी महिला मुख्यमंत्री मिल चुकी हैं। आज रामलीला मैदान में आयोजित भव्य समारोह में शालीमार बाग से पहली बार विधायक चुनी गईं रेखा गुप्ता ने सीएम पद की शपथ ली। वहीं, उनके साथ भाजपा के 6 अन्य नेताओं ने भी रामलीला मैदान में मंत्री पद की शपथ ली। इस खास मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह समेत कई दिग्गज नेता मौजूद रहे।
इन विधायकों को सौंपा गया मंत्री पद
1.प्रवेश वर्मा– महरौली के विधायक और पश्चिमी दिल्ली से 1 बार सांसद रहे प्रवेश वर्मा, बीजेपी के राजनीति में अहम चेहरे हैं। इन्हें मंत्री पद सौंपकर बीजेपी ने करीब 8 प्रतिशत जाट वोटरों पर निशाना साधा है। बता दें कि प्रवेश वर्मा के पिता साहिब सिंह वर्मा दिल्ली के पूर्व सीएम रह चुके हैं।
2. आशीष सूद– पंजाबी समुदाय के प्रतिनिधि, आशीष सूद ने दिल्ली यूनिवर्सिटी छात्र संघ के अध्यक्ष रहते हुए अपने राजनीतिक सफर की शुरुआत की। वे दिल्ली बीजेपी के प्रदेश उपाध्यक्ष और महासचिव रह चुके हैं। फिलहाल आशीष गोवा और जम्मू-कश्मीर में बीजेपी के प्रभारी हैं। 2027 में पंजाब चुनाव में पंजाबी वोटरों पर बीजेपी की नजर है।3. मनजिंदर सिंह सिरसा– सिख समुदाय के प्रमुख नेता, सिरसा ने 3 बार विधायक बनने के बाद बीजेपी के राष्ट्रीय सचिव का पद भी संभाला। वे पीएम मोदी के करीबी माने जाते हैं और सिख समाज के हर कार्यक्रम में उनकी अहम भूमिका रहती है।
4. रविंद्र सिंह– दलित समुदाय से आने वाले रविंद्र सिंह पहली बार बवाना सीट से विधायक बने हैं। 2020 में चुनाव हारने के बावजूद, उन्होंने बीजेपी के एससी मोर्चे के राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य के रूप में दलितों के बीच एक महत्वपूर्ण स्थान बनाया है।
5. कपिल मिश्रा– ब्राह्मण और पूर्वांचली समुदाय से संबंध रखने वाले कपिल मिश्रा, जो करावल नगर से दो बार के विधायक हैं, बीजेपी के प्रदेश उपाध्यक्ष भी हैं। पूर्वी दिल्ली नगर निगम की पहली महिला मेयर, अन्नपूर्णा मिश्रा के बेटे कपिल, राजनीति में अपने परिवार के साथ विरासत की जिम्मेदारी निभा रहे हैं।
6. पंकज कुमार सिंह– पूर्वांचली राजपूत समुदाय से पंकज कुमार सिंह, जिन्होंने पहली बार विकासपुरी से विधायक के रूप में जीत हासिल की है। इसके साथ ही पंकज दिल्ली बीजेपी के पूर्वांचल मोर्चा के महासचिव भी हैं। बिहार से ताल्लुक रखने वाले पंकज, पार्टी की पूर्वांचल वोट बैंक पर खास ध्यान देने वाले नेता हैं।
इस शपथ ग्रहण समारोह के साथ ही बीजेपी ने अपनी सत्ता को और मजबूत किया है। साथ ही चुनावी गणित में इन नेताओं की उपस्थिति से आगामी विधानसभा चुनावों में पार्टी की स्थिति को और बेहतर बनाने का इरादा जताया है।