हैदराबाद:
कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के लिए अपना कैंपेन तेज कर दिया है। सोमवार को हैदराबाद में एक कार्यक्रम के दौरान शशि थरूर ने कहा कि ये चुनाव (कांग्रेस अध्यक्ष पद) इस बारे में है कि पार्टी को मजबूत और सुसज्जित कैसे बनाना है ताकि वो सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी का मुकाबला कर सके। शशि थरूर ने कहा कि हमें नए सिरे से मजबूत कांग्रेस पार्टी की जरूरत है जहां ये चुनौतियों से निपटने के लिए प्रभावी ढंग से एकजुट हो सके। गौरतलब है कि अध्यक्ष पद की रेस में शशि थरूर का मुकाबला वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे से है। खड़गे को गांधी परिवार का समर्थन हासिल है।
Hyderabad | This election is about how Congress should be best equipped to take on the ruling govt today, which is BJP. We've lost 2 elections... We need a renewed, reinvigorated Congress party where it is mobilized effectively to take on this challenge: Congress' Shashi Tharoor pic.twitter.com/3HJFC8F4Vl
— ANI (@ANI) October 3, 2022
कांग्रेस में कोई जी-23 समूह नहीं है
इस बीच कांग्रेस पार्टी में जी-23 समूह के बाबत सवाल पूछने पर शशि थरूर ने कहा कि यहां कोई जी-23 समूह नहीं है। ये सब मीडिया का प्रचार था। गौरतलब है कि एक बार कांग्रेस में 23 नेताओं के समूह ने सोनिया गांधी के नाम चिट्ठी लिखी थी और पार्टी में खामियों पर चर्चा करने की मांग की थी। इस समूह में शशि थरूर भी शामिल थे। अशोक गहलोत भी कह चुके हैं कि शशि थरूर एलिट वर्ग से आते हैं। जमीनी स्तर के कार्यकर्ताओं की उन तक सीधी पहुंच नहीं है। मल्लिकार्जुन खड़गे इस मामले में बेहतर हैं।
मल्लिकार्जुन खड़गे ने क्या कहा था!
इससे पहले जी-23 के समूह के बारे में सवाल पूछे जाने पर मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा था कि यहां कोई जी-23 समूह नहीं है। पार्टी में लोग आपसी मतभेद भुलाकर आरएसएस और बीजेपी की विचारधारा के खिलाफ सामूहिक लड़ाई लड़ना चाहते हैं। मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा था कि उन्हें पार्टी के सभी वरिष्ठ नेताओं का समर्थन हासिल है। उनके प्रोत्साहन की वजह से ही वे चुनाव लड़ रहे हैं।
17 अक्टूबर को होगा अध्यक्ष का चुनाव
गौरतलब है कि कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद का चुनाव 17 अक्टूबर को होगा। अध्यक्ष पद के लिए 3 लोगों ने नामांकन दाखिल किया था। इनमें मुख्य मुकाबला मल्लिकार्जुन खड़गे और शशि थरूर के बीच है। झारखंड कांग्रेस के वरिष्ठ नेता केएन त्रिपाठी ने भी नामांकन दाखिल किया था लेकिन उनका नामांकन रद्द कर दिया गया। वैसे, राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि मल्लिकार्जुन खड़गे का राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना जाना लगभग तय है। चुनाव केवल औपचारिकता मात्र है।