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प्रभु राम की मूर्ति : 3 अरब साल पुराना है पत्थर; अब इस नाम से जाने जायेंगे रामलला 

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द फॉलोअप डेस्क 

राम मंदिर (Ram mandir) में स्थापित प्रभु राम की मूर्ति को जिस चट्टान या पत्थर से तराशकर बनाया गया है, वो लगभग 3 अरब साल पुराना है। इसकी खुदाई मैसूर के एचडी कोटा के जयापुरा होबली नामक स्थान से की गयी है। होबली के वनक्षेत्र गुज्जेगौदानपुरा से इस चट्टान को खोदकर निकाला गया है। खुदाई के समय ही इस चट्टान का रंग श्यामल यानी कृष्णा शिल था, जो कि नीले रंग का प्रभाव लिये होता है। बता दें कि राम की मूर्ति की ऊंचाई 50 इंच है। लेकिन इसके लिए इससे कई गुणा बड़े आकार के चट्टान को काटा गया। ये जानकारी राम मंदिर से जुड़े पुजारी ने दी है। 


इस नाम से जाने जायेंगे प्रभु राम 

राम मंदिर से जुड़े पुजारी अरुण दीक्षित ने दावा किया है कि अयोध्या में स्थापित रामलला को अब ‘बालक राम’ के नाम से जाना जायेगा। इस नामकरण के पीछे का कारण ये है कि स्थापित रामलला की प्रतिमा राम के बाल्य काल की है। मर्ति में वे पांच से छह साल के बीच के दिखाई पड़ते हैं। इसलिए इसे अब बालक राम के नाम से जाना जायेगा। हालांकि इस बाबर राम जन्मभूमि ट्रस्ट के महासचिव चंपक राय की ओर से कोई बयान नहीं आया है। ये भी गौरतलब है कि अयोध्या में स्थापित राम की नयी मूर्ति को पुरानी मूर्ति के सामने रखा गया है।  

प्रभु राम की मूर्ति की 10 विशेषताएं -
1.    प्रभु राम की मूर्ति का रंग न श्वेत है न काला। ये श्यामल है। ऐसे पत्थर से बनाया गया है जो हजारों साल तक यथावत रहेगा। 
2.    पूरी मूर्ति में कहीं जोड़ नहीं है, ये एक ही पत्थर को तराश कर बनाया गया है। 
3.    राम की मूर्ति के चारों ओर भगवान विष्णु के 10 अवतारों को दर्शाया गया है। 
4.    मूर्ति के ललाट पर सूर्य और वैष्णव तिलक है। 
5.    प्रभु राम के चरणों में गरुड़ और हनुमान को उकेरा गया है। 
6.    मूर्ति के मुकुट पर सूर्यदेव, शंख, स्वास्तिक और चक्र व गदा को उकेरा गया है। 
7.    भक्तों को दर्शन में आसानी के लिए मूर्ति को खड़े आकार में बनाया गया है। 
8.    मूर्ति रामलला के बाल्यवस्था की है। बाएं हाथ में धनुष और दायां हाथ आशीर्वाद की मुद्रा में है। 
9.    मूर्ति की ऊंचाई 4.24 फीट, चौड़ाई 3 फीट है। मूर्ति का वजन 2 क्विंटल है। 
10.     मूर्ति ऐसे पत्थऱ से बनायी गयी है जिसपर पानी का प्रभाव नहीं होगा। रोली और चंदन के इस्तेमाल से भी मूर्ति पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा।