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PUBG हत्याकांड : रात 2 बजे गोली मारी...दोपहर 12 बजे थमी सांस, 10 घंटे में नाबालिग ने 8 बार चेक किया कि मां मरी या नहीं

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डेस्क:
लखनऊ के PUBG हत्याकांड में बड़ा खुलासा हुआ है। मां की हत्या करने वाले नाबालिग बेटे ने काबूल कर लिया है कि   उसने रात के करीब 2 बजे मां को गोली मारी थी। उसने कहा कि मां को गोली मारने के 12 घंटे बाद तक उसकी सांसे चल रही थी। मां बेड पर तड़प रही थी। मौत होने के इंतजार में वो बार-बार दरवाजा खोलकर मां को तड़पते हुए देखता था। फिर कमरे का लॉक बंद कर देता था।


हाथ कांपने की वजह से तीन बुलेट फर्श पर गिरे
मामले की जांच कर रहे एडिशनल डिप्टी कमिश्नर ऑफ पुलिस (ADCP) काशिम आब्दी ने बताया की मां की हत्या करने वाले नाबालिग बेटे से दोबारा पूछताछ की गई। बेटे ने बताया कि 4 जून की रात वे मां के साथ ही सोया था। उसने कहा कि मुझे पता था कि अलमारी में पिस्टल रखी है। अलमारी की चाबी मां के सिराहने रखी होती है। सिरहाने में रखी चाबी निकालकर करीब 2 बजे अलमारी से पिस्टल निकाली। मैगजीन लोड करते हुए हाथ कांप रहे थे। हाथ कांपने की वजह से तीन बुलेट फर्श पर गिर गए। इसके बाद पिस्टल लेकर वह मां के पास गया। बेड पर दाईं तरफ मां के साथ 10 साल की बहन भी सोई थी। कातिल बेटे को ऐसा अंदाजा था कि पिस्टल सटाकर मारने पर बुलेट आर-पार हो जाएगा और दूसरी तरफ सो रही बहन को गोली लग सकती थी। इसलिए उसी तरफ से गोली मारी जिधर बहन सो रही थी।

 

 एक बार भी ख्याल नहीं आया कि मां की जान बचाई जाए 
कातिल बेटे ने कहा कि आंख बंद करके मैने ट्रिगर दबा दिया। गोली की आवाज सुनते ही बहन हड़बड़ाकर उठ गई, लेकिन उसका मुंह पकड़कर अपनी तरफ घुमा लिया। गोली लगने के बाद मां बेड पर छटपटाने लगी। उसे वह उसी हालत में छोड़कर बहन को लेकर दूसरे कमरे में चला गया। दूसरी गोली मारने की इच्छा नहीं हुई इसलिए मां के मरने का इंतजार करने लगा। हर घंटे कमरे में जाता और मां को तड़पते देखता, लेकिन मन में एक बार भी ख्याल नहीं आया कि उनकी जान बचाई जाए।


10 घंटे में 8 बार चेक की मां की सांसे
 उसने आगे बताया कि मैने 10 घंटे में 8 बार उनकी सांस चेक की। हर बार पास जाकर नाक पर हाथ रखकर देखता था कि सांस रूकी कि नहीं। दोपहर 12 बजे आखिरी बार गया तो मां के शरीर मे कोई हरकत नहीं थी। तब मां की सांस भी थम चुकी थी। तब जाकर मुझे भरोसा हुआ कि मां अब मर चुकी है।


पिता ने कहा कि बेटा जिंदगी भर सलाखों के पीछे रहे
इस मामले में नवीन की मां नीरजा देवी ने पोते के खिलाफ बहू की हत्या का केस दर्ज करवाया है। आरोपी बेटे को बाल सुधार गृह भेज दिया गया है। कातिल बेटे के फौजी पिता नवीन रोते हुए कहते हैं, "हर इंसान चाहता है कि उसकी औलाद हंसते-खेलते जिंदगी गुजारे, लेकिन मैं चाहता हूं कि मेरा बेटा जिंदगी भर सलाखों के पीछे रहे। बेटे को उसके गुनाह की पूरी सजा मिले। इसके लिए हर प्रयास करेंगे।"