द फॉलोअप डेस्क
रामनगरी अयोध्या में राष्ट्रीय राजमार्ग 32 पर रामायण यूनिवर्सिटी बनकर लगभग तैयार हो गई है। ये देश में अपनी तरह की पहली यूनिवर्सिटी है, जहां रामायण को केंद्र में रखकर सिलेबस तैयार किया गया है। ये यूनिवर्सिटी 500 करोड़ की लागत से बन रही है। यूनिवर्सिटी महर्षि रामायण विद्यापीठ ट्रस्ट की तरफ से बनाई जा रही है। मिली खबरों के मुताबिक इसके 80% काम नवंबर 2023 में ही पूरी हो गई थी। इस यूनिवर्सिटी को 21 एकड़ में बनाई जा रही है। इस यूनिवर्सिटी को अंतरराष्ट्रीय सुविधा के साथ बनाई जा रही है। अगले साल अप्रैल तक यूनिवर्सिटी पूरी बनकर तैयार हो जाएगी। इस यूनिवर्सिटी में 12 भवन होंगे। हर भवन 4 मंजिला होगी।
ये भवन आधुनिक उपकरण से लैस होंगे। मुकेश सक्सेना जो, इस यूनिवर्सिटी के प्रोजेक्ट मैनेजर हैं, उन्होंने बताया कि ये यूनिवर्सिटी भारतीय धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहर को बचाने की कोशिश करेगी। यूनिवर्सिटी का सबसे महत्वपूर्ण काम ये होगा कि रामायण की पूरी जानकारी छात्रों को बताई जाएगी। ताकि वो रामायण को पूरी तरह से जान सकें। साथ में ये कि रामायण सिर्फ एक ग्रंथ नहीं बल्कि जीवन जीने का एक पहलू है। ये विद्यार्थियों के लिए बेहद उपयोगी साबित होने वाली है।
यूनिवर्सिटी में अंडर ग्रेजुएट, पोस्ट ग्रेजुएट और शोध के पाठ्यक्रम होंगे। इस यूनिवर्सिटी में अनुभवी शिक्षकों की नियुक्ति की जाएगी। यूनिवर्सिटी राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय, दोनों स्तरों पर आकर्षण का केंद्र बनेगी। ये यूनिवर्सिटी ना केवल छात्र के लिए ज्ञान का स्रोत बनेगी, बल्कि रामायण जैसे प्राचीन ग्रंथों के ज्ञान से भारतीय संस्कृति को संरक्षण और प्रोत्साहन देने में मदद करेगी।