द फॉलोअप डेस्क
महाराष्ट्र के नागपुर से एक बड़ी खबर सामने आ रही है। यहां जिले के एक रेस्क्यू सेंटर में पिछले दिनों 3 बाघ और 1 तेंदुए की मौत हो गई। चारों जानवरों की मौत चिकन खाने के बाद हुई। ऐसे में आशंका जतायी जा रही है कि चारों जानवरों की मौत बर्ड फ्लू (एवियन इन्फ्लूएंजा) की वजह से हुई है। इसे लेकर गुरुवार को राज्य के वन मंत्री गणेश नाइक ने कहा कि ऐसी संभावना है कि चारों जानवर चिकन खाने के बाद संक्रमित हुए थे। हालांकि, इस बात की अब तक पुष्टि नहीं हुई क्योंकि लेब टेस्ट की रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ बात हो पाएगी।
फूड टेस्ट करने का दिया निर्देश
इस मामले में चंद्रपुर के अपने दौरे से पहले नागपुर में मंत्री गणेश नाइक ने बताया कि चिड़ियाघरों के अधिकारियों को जानवरों को खिलाने से पहले फूड का टेस्ट करने का निर्देश दिया गया है। इसके साथ ही घटना से प्रभावित चिड़ियाघरों को अस्थायी रूप से बंद रखने की बात कही गयी है। मीडिया रिपोर्ट में बर्ड फ्लू की पुष्टि
मीडिया रिपोर्ट से प्राप्त सूचना के मुताबिक, मानव-पशु संघर्ष की घटनाओं के बाद तीनों बाघों और तेंदुए को चंद्रपुर से गोरेवाड़ा बचाव केंद्र में ट्रांसफर किया गया था। लेकिन पिछले महीने के अंत में इसी सेंटर में 3 बाघों की मौत हो गई थी। इसके बाद सोमवार को गोरेवाड़ा परियोजना के मंडल प्रबंधक शतानिक भागवत ने जानकारी दी कि बाघों के सैंपल जांच के लिए भोपाल भेजे गए थे। इसके बाद 2 जनवरी को जांच रिपोर्ट में पुष्टि की गई कि वे H5N1 वायरस (बर्ड फ्लू) से संक्रमित थे।
उन्होंने आगे बताया कि इसे लेकर सेंटर ने एक एडवाइजरी जारी की है, जिसमें चिड़ियाघरों को एहतियाती कदम उठाने का निर्देश दिया गया है। इसके अलावा केंद्र और राज्य सरकार के दिशा-निर्देशों के अनुसार डिसइंफेक्शन की प्रक्रिया चल रही है।
मुझे नहीं मिली लेब रिपोर्ट- वन मंत्री
जानकारी हो कि वन मंत्री नाइक ने गुरुवार को इन चार जानवरों की मौत के बारे में पूछे जाने पर कहा कि मुझे अभी तक साइंटिफिक लेब से कोई रिपोर्ट नहीं मिली है। लेकिन प्रारंभिक जानकारी के मुताबिक ऐसी संभावना है कि वे चारों चिकन खाने के बाद संक्रमित हुए। हालांकि अभी तक इसका असल कारण नहीं पता चल पाया। वन अधिकारी बाद में हमें मामले की जानकारी देंगे।