द फॉलोअप डेस्क
यूपी के प्रयागराज में एक लड़का वाटरफॉल में नहाने गया। वहां से आने के बाद युवक की नाक से 14 दिन तक खून निकलता रहा। जिसके बाद उसकी जांच डॉक्टर से कराई गई तो हैरान करने वाली बात सामने आई। दरअसल, युवक के नाक में एक जोंक छिपा था, जो धीरे-धीरे उसका खून चूस रहा था। हालांकि डॉक्टर ने ऑपरेशन करके जोंक को बाहर निकाल दिया है। लड़का अब खतरे से बाहर है।
उत्तराखंड में वॉटर फॉल में नहाने गया था युवक
प्रयागराज का रहने वाला युवक सुशील मवार अपने कुछ दोस्तों के साथ उत्तराखंड में वॉटर फॉल में नहाने गया था। नहाने के दौरान उसकी नाक में जोंक घुस गया। उस वक्त युवक को वॉटरफॉल में मस्ती करते समय कुछ पता नहीं चला लेकिन जब वह घर आया तो उसे नाक में कुछ होने का एहसास होने लगा जो उसे परेशान कर रहा था। उसकी नाक से खून भी बहने लगा था। इस समस्या को लेकर जब वो डॉक्टर के पास पहुंचा और डॉक्टर ने उसकी जांच की। जांच में पता चला कि युवक के नाक के अंदर एक जोंक है जो उसकी नाक के अंदर चिपका हुआ है और काफी गहराई में टर्बिनेट के पीछे छिपा हुआ है और धीरे-धीरे वहां से खून चूस रहा है।
दूरबीन विधि द्वारा निकाला गया जोंक
नाक में जिंदा जोंक की मौजूदगी को लेकर अस्पताल के ईएनटी विभाग के सर्जन डॉक्टर सुभाष चंद्र वर्मा ने इलाज शुरू किया। दूरबीन विधि द्वारा बिना आस-पास की सामान्य संरचना को नुकसान पहुंचाए जोंक को सफलतापूर्वक नाक से बाहर निकाल दिया गया। युवक की नाक से इस कीड़े को निकालने वाले नाक, कान और गला सर्जन डॉक्टर सुभाष चंद्र वर्मा ने बताया कि मरीज उत्तराखंड के एक वॉटरफॉल में रुके हुए पानी में 2 हफ्ते पहले नहाया था। तालाब या पोखर में नहाने वाले लोगों के शरीर के बाहरी हिस्सों में जोंक चिपकने की घटना तो होती रहती है लेकिन नाक के अंदर जोंक का मिलना एक दुर्लभ घटना है। शुक्र है कि जोक नाक के रास्ते दिमाग या आंख में नहीं गया वरना काफी मुश्किल हो सकती थी।