द फॉलोअप डेस्क
दिल्ली विधानसभा चुनाव में भाजपा की शानदार जीत के बाद मुख्यमंत्री पद की दौड़ तेज हो गई है। पार्टी के भीतर समर्थक अब अपनी-अपनी दावेदारी पेश कर रहे हैं, लेकिन अंतिम निर्णय भाजपा आलाकमान ही करेगा। हालांकि, दिल्ली में मुख्यमंत्री पद के लिए कई दावेदार हैं। लेकिन अभी तक कोई भी खुलकर अपनी दावेदारी नहीं पेश कर रहा है। इससे इस मामले में अनिश्चितता बनी हुई है। यह तय होने में कुछ समय लग सकता है कि आखिरकार किसे पार्टी का मुख्यमंत्री चुना जाएगा।सबसे आगे चल रहे प्रवेश वर्मा
मिली जानकारी के अनुसार, इस समय प्रवेश वर्मा का नाम CM पद के लिए सबसे मजबूत माना जा रहा है। इसका कारण है कि उन्होंने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को हराकर एक बड़ा उलटफेर किया है। साथ ही उनकी राजनीतिक यात्रा में कई महत्वपूर्ण पड़ाव भी रहे हैं। वे 2 बार सांसद रह चुके हैं और अब दिल्ली में मिली भारी जीत ने उनकी दावेदारी को और भी पुख्ता किया है। इसके अलावा केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से उनकी मुलाकात ने भी उनके दावेदार होने के संकेत दिए हैं।CM की दौड़ में 2 सांसद भी शामिल
हालांकि, भाजपा में यह भी चर्चा हो रही है कि अगर विधायकों के बाहर से किसी को CM बनाया गया, तो सांसद मनोज तिवारी और बांसुरी स्वराज के नाम भी इस दौड़ में शामिल हो सकते हैं। भाजपा के सूत्रों का कहना है कि मुख्यमंत्री का चयन दिल्ली के विकास और सामाजिक समीकरणों को ध्यान में रखते हुए किया जाएगा। पार्टी ने बड़ी जीत हासिल की है, इस वजह से पार्टी का अगला कदम महत्वपूर्ण होगा।
नेता प्रतिपक्ष का नाम भी रेस में शामिल
बताया जा रहा है कि इस दौड़ में रोहिणी से चुनाव जीतने वाले नेता प्रतिपक्ष विजेंद्र गुप्ता का नाम भी शामिल है। वह भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष रह चुके हैं और 2015 से 2020 तक नेता प्रतिपक्ष रहे थे। इसके अलावा संगठन से जुड़े सतीश उपाध्याय, जितेंद्र महाजन और अजय महावर के नाम भी इस सूची में सामने आ रहे हैं। ऐसे में भाजपा आलाकमान के फैसले का इंतजार किया जा रहा है।