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जमीन विवाद में युवक की हत्या कर 4 टुकड़ों में दफनाया, दो गिरफ्तार, 15 अक्टूबर से लापता था युवक

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द फॉलोअप टीम, लोहरदगा:
जमीन विवाद में लोहरदगा जिला परिषद के अध्यक्ष सुनैना कुमारी के रिश्ते में देवर लगनेवाले विकास उरांव (30) की हत्या कर दी गई। विकास उरांव कुडू थाना के उडूमुडू गांव का रहनेवाला था। वह 15 अक्टूबर से ही गायब था। खोजबीन करने के दौरान पुलिस को सोमवार की देर रात कैरो थाना क्षेत्र के अंबवा गांव के जंगल से युवक का शव अलग-अलग जगहों से बरामद हुआ है। यह हैरान करनेवाला मंजर है कि युवक के शव को चार टुकड़ों में काट कर अलग-अलग जगह पर दफनाया गया था। 

भाई ने गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करायी
बताया जाता है कि 15 अक्टूबर की सुबह घर से निकला युवक विकास उरांव संदिग्ध परिस्थितियों में लापता हो गया था। इसके बाद स्वजनों द्वारा काफी खोजबीन के बाद भी उसका कहीं अता-पता नहीं चला। थक-हारकर उसके परिजन ने कुडू थाना पुलिस की शरण में पहुंचे। लापता युवक विकास के भाई अन्नू उरांव ने गत 19 अक्टूबर को कुडू थान में भाई की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई।

विकास को अंतिम बार देवी मंडप के पास देखा गया
बताया गया कि स्व. अगनू उरांव का पुत्र विकास उरांव को आखि‍री बार स्थानीय देवी मंडप के समीप देखा गया था। उसके बाद से उसका कुछ पता नहीं चला। उसका कोई सुराग नहीं मिल पाया था। विकास के गायब होने के बाद स्वजनों ने संभावित ठिकानों पर उसकी तलाश की, पर विकास के बारे में कहीं कोई जानकारी नहीं मिल पायी।

पुलिस ने दो की गिरफ्तारी की
विकास के लापता होने का मामला कुडू थाना पुलिस के संज्ञान में आने के बाद युवक की खोज शुरू की गई। इस मामले में कुडू थाना पुलिस ने उडूमुडू बारीडीह गांव के रामदीप सिंह और महादेव उरांव की संलिप्तता की पुष्टि के बाद उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। साथ ही लापता युवक की तलाश में पुलिस जुटी रही। मामले में पुलिस ने गिरफ्तार रामदीप सिंह के मामा और मां को हिरासत में लेकर कड़ाई से पूछताछ की। रामदीप सिंह के मामा ने पुलिस को बताया कि कैरो थाना क्षेत्र के अंबवा गांव के जंगल में विकास की हत्या कर उसके शव को इधर-उधर दफना दिया गया है। इसपर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने युवक के चार टुकड़ों में बंटे शव को अलग-अलग जगह से बरामद कर लिया।

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झानद के कार्यकर्ताओं ने धरना-प्रदर्शन किया
इधर, लापता युवक विकास उरांव की सकुशल बरामदगी की मांग को लेकर विगत पहली नवंबर को झारखंड नवनिर्माण दल (झानद) का प्रतिनिधिमंडल विकास के घर पर जाकर स्वजनों से मुलाकात की थी। प्रतिनिधिमंडल ने जिला प्रशासन से विकास की सकुशल बरामदगी की मांग की थी। इसके बाद गत सात नवंबर को झानद कार्यकर्ताओं ने लोहरदगा समाहरणालय के समक्ष धरना-प्रदर्शन किया था।