logo

राहुल-प्रियंका को हाथरस जाने से रोका गया, जिद करने पर पुलिस ने हिरासत में लिया, धारा 144 के उल्लंघन का आरोप लगाया

1573news.jpg
द फॉलोअप टीम, नोएडा
हाथरस की कथित गैंगरेप पीड़िता के परिजनों से मिलने जा रहे राहुल गांधी और प्रियंका गांधी  को नोएडा में यूपी पुलिस ने यमुना एक्सप्रेसवे पर रोक दिया। इसके बाद पुलिस और राहुल गांधी के बीच तीखी बहस हुई। पुलिस ने धारा 144 और महामारी एक्ट का हवाला देकर उन्हें हाथरस जाने से मना कर दिया। इसके बाद पुलिस ने राहुल और प्रियंका गांधी समेत अन्य कार्यकर्ता हिरासत में ले लिए गए। फिलहाल मौके पर भारी पुलिस बल तैनात कर दिए गए हैं।

राहुल की पुलिस से तीखी बहस
पैदल हाथरस जा रहे राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को जब रोका गया तो उन्होंने सवाल किया कि किस कानून के तहत उन्हें रोका जा रहा है। इसी पर पुलिस ने कहा कि धारा 144 और महामारी एक्ट के तहत। इस पर राहुल ने पूछा बताइए मुझे, धारा 144 क्या होती है? इस बहस के बीच राहुल को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। नोएडा के एडीसीपी रणविजय सिंह ने कहा कि हमने उन्हें यहां रोक दिया है। इन लोगों ने महामारी एक्ट का उल्लंघन किया है। माननीय हाईकोर्ट की अवमानना हो रही है। हम इन्हें आगे नहीं जाने देंगे।

राहुल से धक्का-मुक्की भी हुई
इससे पूर्व एक तस्वीर यह भी देखने को मिली कि राहुल गांधी धक्का-मुक्की के बाद जमीन पर गिर पड़े। इसके बाद उनकी सुरक्षा में लगे जवानों ने उन्हें उठाया। तस्वीरों में दिख रहा है कि राहुल गांधी कार्यकर्ताओं के धक्के से गिरे, लेकिन उनका आरोप है कि पुलिस ने उन्हें धक्का दिया और लाठियों से मारा। राहुल गांधी ने मीडिया से बातचीत में कहा कि अभी-अभी पुलिस ने मुझे धक्का दिया, लाठी मारी और मुझे जमीन पर फेंक दिया। उन्होंने कहा कि मैं पूछना चाहता हूं कि क्या इस देश में सिर्फ मोदी जी को पैदल चलने का अधिकार है। हमारे जैसे आम लोग पैदल नहीं चल सकते। हमारी गाड़ियां रोकी गई इसलिए हम पैदल चल रहे हैं।

बीजेपी ने सियासी ड्रामा बताया
इधर, राहुल और प्रियंका गांधी से जुड़े पूरे मामले को बीजेपी ने सियासी ड्रामा करार दिया है। बीजेपी नेता और प्रवक्ता चंद्रमोहन ने कहा कि दोनों भाई-बहन सियासी रोटी सेंकने के लिए ड्रामा कर रहे हैं। जब उन्हें इस बात की जानकारी दे दी गई है कि धारा 144 लागू है, तो फिर क्यों कानून का पालन नहीं कर रहे। जब उनकी गाड़ियां रोकी नहीं गईं, तो पैदल चलकर क्या दिखाना चाह रहे हैं। उन्होंने कहा कि मामले में एसआईटी जांच कर रही है। आरोपी सलाखों के पीछे हैं। परिवार की पूरी मदद की जा रही है।