द फॉलोअप टीम, रांची : झारखंड की रत्नगर्भा धरती में अगर खनिज संपदा का अकूत भंडार है तो, मुगल काल के भी कई तरह के रत्न भरे पड़े हैं। अक्सर खुदाई के दौरान कहीं न कहीं मुगल काल के चांदी-सोने के सिक्के में भी मिल जाया करते हैं।
200 चांदी के सिक्के मिलने से सनसनी
इस बार पलामू जिले के पांकी प्रखंड स्थित नोडिया गांव में भलही पहाड़ी की तलहटी स्थित एक खेत में जेसीबी से समतलीकरण के दौरान 200 चांदी के सिक्कों से भरा एक पीतल का घड़ा मिलने से सनसनी फैल गयी। इसके बाद मामले की जानकारी पुरातत्व विभाग को दी गई। पांकी पुलिस ने घङा और सिक्का दोनों को जब्त कर लिया है। इस संबंध में थाना प्रभारी जेके रमन ने बताया कि यह सिक्के 11वीं शताब्दी के हो सकते हैं क्योंकि इनमें से कुछ सिक्कों पर 1032 और 1090 ई. अंकित है। साथ ही साथ सिक्के पर अरबी और फारसी के भी शब्द उकेरे हुए हैं, जिससे मध्यकालीन भारत के प्रचलित सिक्कों का पता चलता है।
पुलिस को कैसे मिली जानकारी ?
थाना प्रभारी जेके रमन ने बताया कि गांव के बच्चन बैठा के खेत में जेसीबी से समतलीकरण कराया जा रहा था। इस दौरान कुछ खनकती हुई आवाज सुनाई दी, तो बच्चन चौंक उठा। लेकिन घड़ा मिट्टी से सना होने के कारण किसी को यह आभास नहीं हुआ की मिट्टी के भीतर कोई घड़ा है, जिसमें सिक्के हैं। थोड़ी देर बाद जब बारिश रुकी तब वह घङा से मिटटी धुल गया और उसी गांव के रहनेवाले सलीम मियां के हाथ वो घड़ा लग गया।
सिक्कों के लिए उलझे भाई से भाई
चांदी के सिक्के मिलने के बाद भाइयों के बीच झगड़ा शुरू हो गया। दोनों भाई लड़ते-झगड़ते सिक्कों से भरा घड़ा लेकर अपने घर पहुंचे। घर पर सलीम और उसके भाई के बीच सिक्के के बंटवारे को लेकर बहस होने लगी। इसके बाद मामला थाना तक पहुंचा और पुलिस ने सिक्के को जब्त कर लिया। मामले की छानबीन जारी है।