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मां के शव को अकेले दफनाने वाली बेटी के घर भोज खाने जुटे 150 लोग

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द फॉलोअप टीम, अररिया:

कोरोना की दूसरी लहर में इंसानियत तो जैसे तार-तार हो गयी है। इसी बीच अररिया जिले से लोगों का एक घिनौना चेहरा सामने आया है। यहां मां की मौत के बाद अकेले ही PPE किट पहनकर बेटी ने शव को दफनाया था। लाश उठाने में बेटी की मदद करने भी कोई नहीं आया था। वहीं जब श्राद्ध कर्म हुआ तो गांव के करीब 150 लोग भोज खाने पहुंचे। ये काफी दुर्भाग्यपूर्ण बात है। 

संक्रमित लोग भी पहुंचे खाने
बेटी ने जब शव का अंतिम संस्कार किया तो यह फोटो वीडियो काफी वायरल हुआ था।  विशनपुर पंचायत के मधुलता निवासी बीरेन मेहता की मौत हो गयी थी। उनके मौत के चार दिन बाद ही उनकी पत्नी प्रियंका की भी मौत हो गयी थी। गांव में कोरोना के डर से कोई भी लाश को उठाने नहीं आया। 10 दिनों बाद ही दोनों श्राद्धकर्म में मृत्यु भोज में गांव से 150 लोग भोज खाने पहुंचे। 

बच्चों ने अकेले की थी अंत्येष्टि
सर्दी खांसी से ग्रसित कई लोग भी शामिल हुए। इस गांव में 35 संक्रमित है। पंचायत के मुखिया सरोज कुमार मेहता ने बताया कि वह खुद संक्रमित है लेकिन गांव वालों की सेवा के लिए हमेशा आगे रहते है। उन्होंने बताया कि इस गांव में 800 से 900 लोग भोज खाने आते हैं। दोनों पति-पत्नी के मौत के बाद बच्चों ने अकेले ही अंतिम संस्कार किया। भोज में गांव के करीब 150 लोग उनके दरवाजे पर पहुंचे थे।