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UP: इस गांव में 20 दिनों में हुई 40 की मौत, एक-दूसरे के दरवाजे पर जाने से कतराने लगे लोग

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द फॉलोअप टीम, कानपुर:

कानपुर जिले के परास गांव में एक अजीब सा सन्नाटा छाया हुआ है। यहां लोगों के अंदर कोरोना का डर ऐसा समाया है कि लोग एक दूसरे के दरवाजे पर भी नहीं जाते हैं। इस गांव में पिछले 20 दिनों के अंदर 40 लोगों की जान जा चुकी है। किसी की जांच नही हुई थी कि मौते कोरोना से हुई है या किसी दूसरी बीमारी से। गांव वालीं का कहना है कि सबके लक्षण कोरोना वाले ही थे। कोरोना के भय से कई परिवारों ने इस गांव को छोड़ दिया है। दूसरे गांव चले गए है।  कई लोगों ने घर के बुजुर्गों और बच्चों को बाहर रिश्तेदारों के यहां छोड़ दिया है। लोगों में दहशत है। 

पंचायत चुनाव के समय शरू हुई बीमारी
घाटमपुर ब्लॉक के परास गांव में  लोग पंचायत चुनाव में व्यस्त थे। बीमारी अंदर ही अंदर फैल चुकी थी। मतदान के दो-चार दिन पहले से ही लोगों की तबियत बिगड़नी शरू हो गयी थी। देखते ही देखते कई परिवार सर्दी, खांसी और बुखार की चपेट में आ चुके थे। बुखार से गांव में हुई पहली मौत राकेश और सविता की। इसके बाद शुरू हो गया मौत का तांडव। एक के बाद एक लोग यहां मरने लगे। राकेश के बाद इनके भाई की भी मौत हो गई। राकेश के दो बच्चे और पत्नी है। 

राकेश के भाई के बाद गांव के ही सत्येंद्र गुप्ता को भी अचानक बुखार आया और अगले दिन मौत हो गयी। कुछ दिनों बाद ही उनके भाई राजकुमार गुप्ता की भी मौत हो गई। सबकी बीमारी एक जैसी ही थी। पहले बुखार आता और फिर मौत हो जाती। 

गांव में अब तक चालीस लोगों की मौत
गांव में एक ही लक्षण से मरने वालों में रामशंकर चैरसिया (55), राजकुमार गुप्ता (58), काले गुप्ता (45), राकेश सविता (55), शोमी तिवारी (35), रजन बाबू (55), अरविन्द अवस्थी, शीलू तिवारी, राजकिशोर मिश्रा, शिवनारायण दुबे, लवकुश सचान, हरीशंकर सैनी, श्रीकांत अवस्थी, नन्हका पासी, मिश्रीलाल प्रजापति, रामऔतार संखवार, रामशंकर चौरसिया, मिर्चीलाल, श्रीकांत अवस्थी, राहुल तिवारी समेत 40 की मौत हुई है। सभी के बीमार होने के एक-दो दिन के अंदर मौत हो गयी। इन सभी को पहले बुखार आता था फिर और  सांस लेने में दिक्कत होती थी और मौत हो गई। 

गांव में एक हजार से ज्यादा लोग बीमार
इस गांव में सर्दी, खांसी और बुखार से एक हजार लोग पीड़ित हैं। 60 लोगों की एंटीजन टेस्ट हुई तो 50 लोग संक्रमित निकले। प्रशासन, स्वास्थ्य महकमा, जनप्रतिनिधि किसी को फुर्सत नहीं की इस गांव की तरफ एक बार झांक ही ले। गांव के लोगों ने हंगामा करना शरू किया तो एसडीएम पहुंचे थे। पर वह भी सिर्फ पांच मिनट के लिए आये थे। प्रशासन के मुताबिक 10 में ही कोरोना का संक्रमण मिला। यह गांव घाटमपुर तहसील से सिर्फ 5 किलोमीटर दूर है। बावजूद लोगों की हालत गंभीर है।