logo

Dumka : जिला खनन पदाधिकारी ने किया स्वीकार, इन्फॉर्मेशन के मामले में मीडिया अधिकारियों से आगे

dumka.jpg

द फॉलोअप टीम, दुमका: 

दुमका जिले के शिकारीपाड़ा में अवैध रूप से कोयला खदान संचालित है। भारी मात्रा में प्रतिदिन कोयला निकाला जा रहा है। लाखों का कारोबार चल रहा है।  इस मामले को गंभीरता से लेते हुए जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन की संयुक्त टीम के द्वारा शिकारीपाड़ा की बादल पाड़ा क्षेत्र में छापेमारी की गई। छापेमारी में बहुत कुछ ऐसा मिला जिसे गैर-कानूनी के रूप में चिह्नित किया जा सकता है। 

छापेमारी में ये अधिकारी हुये शामिल
छापेमारी टीम में जिला खनन पदाधिकारी कृष्ण कुमार किस्कू शिकारीपाड़ा सीओ राजू कमल दुमका एसडीपीओ नूर मुस्तफा झारखंड पुलिस के महिला और पुरुष बल के साथ भारी संख्या में एसएसबी के जवान शामिल थे। इस कार्रवाई में लगभग दो दर्जन अवैध कोयला खदानों को जेसीबी से ध्वस्त किया गया।

इस कार्रवाई की सबसे बड़ी बात यह रही कि आज भी कोल माफिया को इस तरह की कारवाई की भनक लग चुकी थी और उनके द्वारा जेसीबी, ट्रक और अन्य मशीनों से जो कोयले की निकासी और ढुलाई होती है। वह सारा हटा दिया गया था। 

खनन पदाधिकारी ने क्या स्वीकार किया
इस संबंध में जिला खनन पदाधिकारी कृष्ण कुमार किस्कू से पूछे जाने पर उन्होंने कैमरे के सामने ही स्वीकार किया कि इंफॉर्मेशन के मामले में माफिया त्वरित  गति से कार्य कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमारा प्रयास रहेगा कि आगे जो कार्रवाई हो उसमें गोपनीयता बरती जाए और अवैध खदानों के पास से कोई माफियाओं के सामान जब्त किया जाए।

 उन्होंने कहा कि माफिया चाहे जो भी हो उसके लिए काफी सूक्ष्मतापूर्वक कार्रवाई होगी। सुनी- सुनाई बातों पर करवाई नहीं हो सकती है। जल्द ही माफियाओं पर नकेल कसा जाएगा। उनके खिलाफ मामला दर्ज किए जाएंगे।