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कार्यकारी अध्यक्ष बनने के बाद हेमंत सोरेन ने द फॉलोअप को दिया एक्सक्लूसिव इंटरव्यू, पढ़िए क्या कहा! 

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द फॉलोअप टीम, रांची: 

झारखंड मुक्ति मोर्चा का 12वां महाधिवेशन राजधानी रांची के सोहराय भवन में आयोजित किया गया। महाधिवेशन में शिबू सोरेन को एक बार फिर से पार्टी का अध्यक्ष और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को कार्यकारी अध्यक्ष चुना गया। दोनों का चुनाव सर्वसम्मति से किया गया। महाधिवेशन में पार्टी के सभी विधायक, मंत्री और सैकड़ों की संख्या में कार्यकर्ताओं ने भाग लिया। महाधिवेशन के बाद द फॉलोअप ने कार्यकारी अध्यक्ष और सीएम हेमंत सोरेन से एक्सक्लूसिव बातचीत की। पढ़िये, उन्होंने क्या कहा। 

द फॉलोअप के सवालों का जवाब
द फॉलोअप के वरिष्ठ संवाददाता मनोज पांडेय ने मुख्यमंत्री और झारखंड मुक्ति मोर्चा के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन से एक्सक्लूसिव बातचीत की। मनोज पांडेय ने कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन से भविष्य की रणनीति, उनकी भूमिका और कार्यकर्ताओं को लेकर सवाल पूछे। हेमंत सोरेन ने सभी सवालों का जवाब दिया और कहा कि पद के साथ बड़ी जिम्मेदारी भी आती है। 

 

सवाल: आप दोबारा कार्यकारी अध्यक्ष चुने गये हैं। पार्टी में नई उर्जा आई है। आप झारखंड मुक्ति मोर्चा को कहां लेकर जायेंगे? 

हेमंत सोरेन: जिम्मेवारी मिली है। जिम्मेदारी बड़ी है। हम सरकार में भी हैं। हमें राज्य को और राज्य के जनमानस को दिशा देने का मौका मिला है। राज्य को मंजिल तक पहुंचाना है। ये हमारा काम है। हम पूरी लगन के साथ झारखंड के विकास के लिए काम करेंगे। 

 

सवाल: आप युवा हैं। आपकी पार्टी के अधिकांश विधायक युवा हैं लेकिन कार्यकर्ताओं में युवा कम दिखाये देते हैं? 

हेमंत सोरेन: (हंसते हुये) आपको कितना यूथ चाहिए। देखिये मेरे आसपास सब यूथ ही यूथ है। हमारे कार्यकर्ता ब्यूटी पार्लर से डेंट-पेंट करवा कर नहीं आते हैं। झामुमो के कार्यकर्ता मजदूर और किसान वर्ग से आते हैं। वो काले-पीले-नीले नजर आयेंगे। हमारे कार्यकर्ता बूढ़े या कमजोर नहीं हैं। सभी पूरे उत्साह से लबरेज हैं। 

 

सवाल: आप सभी को लेकर चलने की बात करते हैं। आपकी पार्टी में मजदूर भी हैं और किसान भी। डेंट-पेंट वाले भी हैं और हाई क्लास भी। कैसे तालमेल बिठायेंगे?

हेमंत सोरेन: हमारी जिम्मेवारी सरकार के नजरिये से भी है। हमारे लिए सब एक है। राज्य के मजदूर, किसान और अन्नदाता हमारी प्राथमिकता हैं। 

 

सवाल: झामुमो की सबसे बड़ी ताकत और सबसे बड़ी कमजोरी क्या है? 

हेमंत सोरेन: झामुमो की ताकत उत्साह से लबरेज कार्यकर्ता हैं। पार्टी की विचारधारा को मानने वाली जनता है। लगनशील नेता हैं। कमजोरी बताना थोड़ा मुश्किल काम है।