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50 फीसदी अनुदानित दर पर किसानों को मिलेगा बीज, कृषि मंत्री बादल पत्रलेख ने दी जानकारी

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द फॉलोअप टीम, रांची: 

झारखंड में मानसून 10 जून को प्रवेश करेगा। प्रदेश में संताल परगना प्रमंडल और कोल्हान प्रमंडल के जरिए मानसून प्रवेश करेगा। जाहिर है कि यहां पहले खेती की शुरुआत होगी। अभी भी इन दो प्रमंडलों के अंतर्गत आने वाले जिलों में बारिश शुरू हो गयी है। कृषि कार्य के लिए झारखंड के कृषि मंत्रालय और विभाग ने तैयारी शुरू कर दी है। किसानों को बीज उपलब्ध कराने की योजना बनी है। 

पचास फीसदी अनुदानित दर पर बीज
झारखंड सरकार ने मॉनसून की शुरुआत के पहले राज्य के सभी जिलों में 50 प्रतिशत अनुदानित दर पर किसानों को धान का बीज उपलब्ध करा देने का भरोसा दिलाया है। राज्य के कृषि मंत्री बादल पत्रलेख ने गुरुवार को अपने एक वीडियो संदेश में कहा कि रोहण नक्षत्र को धान की बुआई के लिए सबसे उपयुक्त और अच्छा समय माना जाता है। राज्य सरकार ने 25 मई के पहले संताल परगना प्रमंडल के छह जिलों दुमका, जामताड़ा, साहेबगंज, गोड्डा, पाकुड़ और देवघर तथा कोल्हान प्रमंडल के तीन जिलों पूर्वी सिंहभूम, पश्चिमी सिंहभूम और सरायकेला-खरसावां यानी नौ जिलों में किसानों धान बीज उपलब्ध कराने की योजना बनायी है। 

धान की बुआई-रोपाई समय पर कर लें
कृषि मंत्री बादल पत्रलेख ने किसानों से आग्रह किया कि 50 प्रतिशत अनुदानित दर पर लैम्पस, पैक्स और कॉपरेटिव के माध्यम से समय पर धान का बीज प्राप्त कर लें और धान की बुआई तथा रोपई समय पर करने की तैयारी अभी से शुरू करें। उन्होंने संताल परगना और कोल्हान प्रमंडल के अतंर्गत आने वाले जिलों के किसानों से खासतौर पर बीज प्राप्त कर लेने की अपील की है। 

गोड्डा जिला में पहुंचा 500 क्विंटल धान
इस बात की जानकारी जानकारी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता आलोक कुमार दूबे ने कृषि मंत्री बादल पत्रलेख के हवाले से दी। उन्होंने कहा कि झारखंड में मॉनसून संताल परगना और कोल्हान प्रमंडल के रास्ते प्रवेश करता है, इसलिए राज्य सरकार ने पहले चरण में समय पर इन जिलों में धान बीज उपलब्ध कराने का निर्णय लिया है। शेष अन्य जिलों में भी समय पर किसानों को धान बीज उपलब्ध कराने के लिए कृषि मंत्री ने विभागीय अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिया है। बादल पत्रलेख ने गोड्डा जिला में 500 क्विंटल धान पहुंच चुका है, उसकी जानकारी मैसेज के माध्यम से किसानों को दी जा चुकी है।