logo

ये दोस्ती हम नहीं तोड़ेंगे...! पति की हुई मौत तो पत्नी ने हाथ थामकर दुनिया को कहा अलविदा

8154news.jpg
द फ़ॉलोअप टीम, भागलपुर:
भागलपुर के कहलगांव में अमर प्रेम कहानी देखने को मिली। शादी के वक़्त सात फेरे लेते हुए हर जोड़ा साथ जीने मरने की कसम खाता है। इसका सच्चा उदाहरण कहलगांव में दिखा जहां दंपत्ति साथ जिये और फिर साथ ही दुनिया को अलविदा कह दिया। ये अद्भुत कहानी है 100 वर्षीय जागेश्वर मंडल और 90 वर्षीय रुक्मिणी देवी की। 

पति के साथ पत्नी ने भी त्यागा देह
जागेश्वर मंडल का निधन हो गया। उनके अंतिम संस्कार की तैयारी की जा रही थी। तभी उनकी पत्नी रुक्मिणी देवी शव के पास पहुंची। पति का हाथ पकड़ा। उन्हें गले से लगाया। सीने पर सर रखकर कुछ देर तक सोई। वहीं हाथ में हाथ डाले रूक्मिणी ने भी पति के साथ प्राण त्याग दिया। जिसे भी इस घटना का पता चला वो हैरान हुए बिना नहीं रह सका। लोग इस प्रेम कहानी की बात कहते नहीं थक रहे। 

दंपत्ति में कभी झगड़ा नहीं हुआ था
बताया जा रहा है कि दम्पति के बीच कभी किसी बात को लेकर झगड़ा नहीं होता था। जागेश्वर मंडल पेशे से किसान थे। दोनों गरीब जरूर थे पर दिल के बहुत अमीर। दोनों एक दूसरे का ख्याल रखा करते थे। कहलगांव में एक वृद्ध की मौत हो गई। दोनों में बीच अद्भुत प्रेम था। पति के मौत को पत्नी बर्दाश्त नही कर पायी। घटना कहलगांव प्रखंड सदनन्दपुर बैसा पंचायत के ठाड़ी बैसा गांव की है। 

चर्चा का विषय बनी ये प्रेम कहानी
गांव के हर शख्स के जुबान पर यह प्रेम कहानी है। हर कोई इस अमर प्रेम कहानी की चर्चा कर रहा है। ग्रामीणों ने कहा कि दोनों एक दूसरे का साथ निभाते हुए चले गए। दोनों काफी वृद्ध थे। लोगों ने बताया कि दोनों के बीच कभी विवाद नहीं हुआ था। गरीबी में भी खुशी-खुशी जीवन गुजार रहे थे। दम्पति का एक भरा पूरा परिवार है। घर से दोनों को अलग-अलग अर्थी पर श्मशान ले जाया गया। वहां एक ही चिता पर दोनों का शव रखकर अंतिम संस्कार कर दिया गया।