द फॉलोअप टीम, रांची:
सर्वशिक्षा अभियान में बरसों से अपनी सेवाएं दे रहे प्रशिक्षित प्रखंड साधन सेवियों (बीआरपी) और संकुल साधन सेवियों (सीआरपी) ने नौकरी के स्थायीकरण करने की मांग की है। वहीं उनकी मांग है कि जब भी शिक्षक नियुक्ति हो तो उन्हें उसमें समायोजित किया जाए।राज्यभर से आए हजारों बीआरपी सीआरपी ने अपनी मांगों के समर्थन के लिए रांची के धुर्वा में आक्रोश सभा की। बीआरपी सीआरपी महासंघ के केंद्रीय अध्यक्ष पंकज शुक्ला इस बारे में कहते है कि बीआरपी सीआरपी पिछले 16 वर्षों से शिक्षा विभाग में कार्यरत है। इसीलिए शिक्षा विभाग की नियुक्ति जब भी हो तो सबसे पहले इनका हक़ बनता है। अगर ऐसा नहीं हुआ तो इसके लिए बृहद आंदोलन की जाएगी। आक्रोश सभा का संचालन केंद्रीय उपाध्यक्ष गणेश गौतम ने किया।
विधायक लंबोदर महतो पहुंचे
इस धरने में केंद्रीय उपाध्यक्ष विनय हलदर एवं महासचिव अमर खत्री ने कहा, मनमानी नहीं चलेगी। गोमिया विधायक लंबोदर महतो पहुंचे सभा की मांगो का समर्थन किया। आश्वासन दिया कि इस संबंध में शिक्षा सचिव, मुख्य सचिव एवं मुख्यमंत्री से बात करेंगे और विधानसभा में भी इस मामले को उठाएंगे। राज्य परियोजना निदेशक ने कार्यक्रम के अंत में बात करने के लिए बुलाया। बात छित में आश्वाशन दिया गया कि बीआरपी सीआरपी के समायोजन के लिए विस्तृत रूप से प्रस्ताव बनाकर राज्य सरकार को भेजा जाएगा।